बतौर टेस्ट कप्तान विराट कोहली के बल्ले से निकली वो पांच यादगार पारियां
विराट कोहली ने हाल ही में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी थी।
अद्यतन - जनवरी 21, 2022 12:37 अपराह्न

विराट कोहली ने शनिवार, 15 जनवरी 2022 को टेस्ट कप्तान के पद को छोड़ने की घोषणा की। इससे पहले उन्होंने टी-20 फॉर्मेट में भी कप्तानी छोड़ दी थी जबकि बाद में उन्हें वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया था। विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की है। उनकी कप्तानी में, टीम इंडिया ने 40 मैच जीते और 17 हारे। यही आंकड़े विराट कोहली को भारत का अब तक का सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाता है।
वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथे सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। विराट कोहली ने सेंचुरियन में पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 40 वां टेस्ट जीता। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तान के रूप में अधिक टेस्ट जीतने वाले कप्तान स्टीव वॉ (41 टेस्ट जीत), रिकी पोंटिंग (48 टेस्ट जीत), और ग्रीम स्मिथ (53 टेस्ट जीत) उनसे आगे हैं।
विराट कोहली के पास एक टेस्ट कप्तान के रूप में कई रिकॉर्ड हैं, उन्होंने सभी एशियाई कप्तानों के बीच SENA देशों में सबसे अधिक टेस्ट जीते हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में टीम इंडिया की जीत SENA देशों में विराट की सातवीं जीत है। भारत के कप्तान के रूप में अपने टेस्ट करियर के दौरान, उन्होंने इंग्लैंड में तीन टेस्ट, दक्षिण अफ्रीका में दो और ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट जीते हैं।
विराट कोहली ने एक टेस्ट कप्तान के रूप में कई चमत्कार किए हैं लेकिन यहां हम विराट कोहली, बल्लेबाज के बारे में बात करेंगे। इस लेख में हम भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में विराट कोहली की पांच सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों के बारे में बात करेंगे।
बतौर टेस्ट कप्तान विराट कोहली के बल्ले से निकली वो पांच बेहतरीन परियां
1) 141 बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड, 2014

टेस्ट कप्तान के तौर पर विराट कोहली का यह पहला टेस्ट मैच था और एडिलेड ओवल में कुछ खास देखने को मिला। उस सीरीज में भारतीय कप्तान शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने पूरे मैदान में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की पिटाई की और टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन पारियों में से एक का निर्माण किया। उनके बल्ले से यह शतक टेस्ट मैच की दूसरी पारी में आई।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और बोर्ड पर 517 रन बनाए, जो उस पिच पर बहुत चुनौतीपूर्ण था। विराट कोहली ने पहली पारी में भी एक शतक बनाया और उस शतक ने भारत को 444 का स्कोर बनाने में मदद की। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी को 290 पर घोषित किया। उस घोषणा ने भारत को चार सत्रों में 364 रनों का लक्ष्य दिया। भारत टेस्ट मैच को आसानी से ड्रॉ कर सकता था लेकिन विराट कोहली ने टेस्ट मैच जीतने का प्रयास किया।
कोहली ने पूरी पारी के दौरान शानदार बल्लेबाजी की और 141 रन बनाए। उन्हें मुरली विजय का थोड़ा सा सहयोग मिला और वह भारत को एक महान मुकाम पर ले गए। विजय का विकेट गिरने के बाद अन्य भारतीय बल्लेबाज उस लक्ष्य का पीछा करने में ज्यादा योगदान नहीं दे पाए। विराट कोहली ने अपने तरफ से हरसंभव प्रयास किया लेकिन उसमें अधिक सफल नहीं हो सके और भारत 45 रन से मैच हार गया।