पहले जब इनके सामने कोई गेंदबाज आता था तो उसकी गेंदों की ये धुनाई बड़े आराम से करते थे और उसके बाद जब से क्रिकेट छोड़ा तो सोशल मीडिया पर इनके ही चर्चे होते है ये कोई और नहीं बल्कि भारतीय टीम के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज और नजफ़गढ़ के नवाब के के नाम से पहचाने जाने वाले वीरेन्द्र सहवाग है.
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पहले बल्ला बोलता था और अब मैं
वीरेन्द्र सहवाग शुक्रवार 12 जनवरी को छत्तीसगढ़ की राजधानी में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गये थे जो स्वामी विवेकानंद जी पर आयोजित था. इस कार्यक्रम के दौरान सहवाग ने कहा कि ” पहले मेरे बल्ले से सबको जवाब मिलता था और जबसे क्रिकेट छोड़ा है उसके बाद से मैं खुद बोलने लगा हूँ.”
सपने देखने के साथ पूरा भी करे
सहवाग ने इस कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद की एक बात का जिक्र करते हुए कहा कि “उठो जागो और तब तक ना रुको जब तक अपना लक्ष्य न हासिल कर लो.” सहवाग ने इसी बात को आगे बढाते हुए कहा कि हम जो भी सपने देखते है उन्हें पूरा करने की कोशिश करे. सहवाग इस समय ट्विटर की अक्सर किसी ना किसी टिप्पणी की वजह से खबरों में बने रहते है.
ट्विटर पर दिखा रहे अपना जलवा
वीरेन्द्र सहवाग ने क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद कुछ समय तक आईपीएल में अपना जलवा बिखरते रहे लेकिन उसके बाद इस खिलाड़ी ने सोशल मीडिया ट्विटर पर अपने जलवे दिखाना चालू किया और हर दिन अपने शानदार ट्विट के कारण सहवाग चर्चा का विषय बने रहे है.