उथप्पा आखिरी बार जुलाई 2015 में जिम्बाब्वे में भारत के लिए खेले थे। एक ब्रॉडकास्टर के रूप में जिम्बाब्वे के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुए भारत दौरे के लिए वो प्रसारक टीम का हिस्सा थे। उन्होंने हाल ही में 2015 की एक घटना के बारे में बात की और भारतीय प्रबंधन से एक निर्णय के बारे में बताया, जिसने संभावित रूप से टीम इंडिया के लिए उनके सपने को खत्म कर दिया।
अपने आखिरी दौरे को लेकर रॉबिन उथप्पा ने दिया बड़ा बयान
सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के एक शो में रॉबिन उथप्पा ने कहा कि, “मुझे जिम्बाब्वे पहुंचने के बाद बताया गया कि मैं निचले क्रम में बल्लेबाजी करूंगा। जब मैं पारी की शुरुआत करने की तैयारी कर रहा था तो मैंने कहा, ‘ओह, मुझे खुद को फिर से तैयार करना होगा’। उस दौरे पर मुरली विजय और कप्तान रहाणे सलामी बल्लेबाज थे।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज सबा करीम, जो उस समय चयन समिति का हिस्सा थे, उस समय सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क विशेषज्ञ पैनल का भी हिस्सा थे। सबा करीम ने कहा कि, “हां रॉबिन, हम आपको एक बैकअप विकेटकीपिंग विकल्प के रूप में देख रहे थे।”
दूसरी ओर, उथप्पा ने दौरे पर बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे और यह भारतीय जर्सी में उनकी आखिरी दौरा। उन्होंने 46 एकदिवसीय और 13 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और क्रमश: 934 रन और 249 रन बनाए। उन्हें आखिरी बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेलते हुए देखा गया था।