भारत के अंतिम दौरे पर पाकिस्तानी खिलाड़ियों की पत्नियों को भेजने के पीछे PCB का था बड़ा मकसद! पढ़िए पूरी खबर
पीसीबी (PCB) के पूर्व अध्यक्ष जका अशरफ ने कहा भारतीय मीडिया हमेशा विवाद की तलाश में रहती है।
अद्यतन - अप्रैल 14, 2022 2:19 अपराह्न
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष जका अशरफ ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है कि पीसीबी (PCB) ने किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए 2012-13 में पाकिस्तान के भारत दौरे पर खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियों को भी भेजा था। आपको बता दें, भारत और पाकिस्तान दोनों के बीच हमेशा से ही मतभेद रहे हैं, और वे मतभेद क्रिकेट के क्षेत्र में भी दिखाई देते हैं।
चिर प्रतिद्वंद्वीयों भारत और पाकिस्तान ने साल 2012-13 के बाद से कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। भारतीय क्रिकेट टीम ने आखिरी बार 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान का सामना किया था, जिसमें पड़ोसी देश ने भारत पर दस विकेट की बड़ी जीत दर्ज की थी।
भारतीय मीडिया हमेशा विवाद की तलाश में रहती है: जका अशरफ
क्रिकेट पाकिस्तान के साथ बातचीत के दौरान, पीसीबी (PCB) के पूर्व अध्यक्ष जका अशरफ ने खुलासा किया हैं कि बोर्ड ने किसी भी दुर्घटना या विवाद से बचने के लिए भारत दौरे पर खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियों को भेजने का फैसला किया था। जका अशरफ ने यह भी खुलासा किया हैं कि उनके कार्यकाल के दौरान बीसीसीआई (BCCI) ने पाकिस्तान का दौरा करने और द्विपक्षीय सीरीज खेलने का वादा किया था।
जका अशरफ ने कहा: “मेरे समय में जब हमारी टीम भारत के दौरे पर गई थी, मैंने सलाह दी थी कि खिलाड़ियों की सभी पत्नियां उनके साथ होंगी। यह फैसला इसलिए लिया गया ताकि कोई विवाद न पैदा हो, क्योंकि भारतीय मीडिया हमेशा इसकी तलाश में रहता है। पत्नियों का मतलब खिलाड़ियों पर भी नजर रखना था।”
उन्होंने आगे कहा: “हमें हमेशा क्रिकेट के संबंध में भारत सरकार के साथ संबंध बहाल करने का प्रयास करना चाहिए। अभी हमारे पास सबसे बड़ा फायदा यह है कि जनरल बाजवा इस समय इस पद पर हैं, और वह खुद पाकिस्तान क्रिकेट को समृद्ध देखना चाहते हैं। उन्होंने हमें एक छोटी सी सीरीज के लिए आमंत्रित किया और एक बार जब हम वहां गए, तो मैं उस समय के बीसीसीआई अध्यक्ष नारायणस्वामी श्रीनिवासन से मिला। उन्होंने वादा किया कि अगर फुलप्रूफ सुरक्षा दी जाती है, तो पाकिस्तान की धरती पर भारत को भेजा जाएगा।”