इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने बताया क्यों टीम इंडिया को हर फॉर्मेट में स्पेशलिस्ट गेंदबाजों की जरूरत है?

पारस म्हाम्ब्रे पिछले कई सालों से NCA में बतौर गेंदबाजी कोच काम कर रहे हैं।

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Paras Mhambrey. (Photo by Jan Kruger-ICC/ICC via Getty Images)

नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे पिछले छह वर्षों से राहुल द्रविड़ के सबसे भरोसमंद व्यक्ति रहे हैं। म्हाम्ब्रे फिलहाल अंडर-19 खिलाड़ियों और भारत ए के प्रभारी हैं। उन्होंने गेंदबाजी कोच के तौर पर कई युवा प्रतिभाओं को तैयार किया है और घरेलू क्रिक्रेट को आगे बढ़ाने में अपना अहम योगदान दिया है।

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कोरोना महामारी के कारण भारत के घरेलू क्रिकेट पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ा है। महामारी के बाद म्हाम्ब्रे भारत के घरेलू और जूनियर क्रिकेट को एक बार फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं। म्हाम्ब्रे ने हाल ही में भारतीय गेंदबाजी क्रम को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बात करते हुए बताया कि लगातार बढ़ती प्रतियोगिता के दौर में भारतीय टीम में जगह बनाना कितना मुश्किल हो गया है।

भारतीय गेंदबाजों के लिए पारस म्हाम्ब्रे ने कही ये बात

टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के अनुसार, पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि “हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं जहां हमें हर फॉर्मेट के लिए स्पेशलिस्ट गेंदबाजों की जरूरत है। हमें इस वक्त तीन के बदले दो प्रारूपों के साथ शुरुआत करने के लिए एक रास्ता तय करना होगा। अभी आपके पास बुमराह जैसा गेंदबाज है जो लंबे फॉर्मेट को लंबे समय तक खेल सकता है। यदि आपके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार हैं तो मुझे लगता है कि आप एक अवसर बना सकते हैं।”

ऑलराउंडरों को लेकर पारस म्हाम्ब्रे ने कहा, “किसी भी टीम के लिए हरफनमौला खिलाड़ी काफी अहम होता है। जब भी कभी टॉप ऑर्डर बल्लेबाज फेल होते हैं तो उस वक्त सभी निचले क्रम के खिलाड़ी से उम्मीद लगाए रहते हैं। जब तेज गेंदबाजी ऑलराउंडरों की बात आती है तो इस वक्त हमारे पास कोई भी अच्छा तेज गेंदबाजी वाला ऑलराउंडर नहीं है और सभी राज्य संघों को इसके लिए काम करना चाहिए।”

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