पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने कहा है कि ICC टी-20 वर्ल्ड कप 2021 सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद पाकिस्तानी प्रशंसकों को अपनी टीम की बहुत अधिक आलोचना नहीं करनी चाहिए। इंजमाम का मानना है कि प्रशंसकों को अपनी टीम की हार को स्वीकार करना सीखना चाहिए और यूएई से स्वदेश लौटने पर उनका स्वागत करना चाहिए।
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GEO सुपर के हवाले से इंजमाम-उल-हक ने कहा है कि कैसे उन्हें और पाकिस्तान के अन्य पूर्व क्रिकेटरों को हमेशा इस बात का डर था कि अगर वे एक बड़ा मैच हार गए तो घर पर क्या होगा। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों ने कभी भी अपनी टीम की इतनी आलोचना नहीं की, भले ही वो कुछ टूर्नामेंटों में असफल रहे।
सेमीफाइनल मैच हारने के बाद इंजमाम-उल-हक ने क्या कहा?
इंजमाम ने कहा है कि, “मैंने पाकिस्तान के लिए 5 से 6 वर्ल्ड कप खेले हैं। हमें इस बात का डर था कि अगर हम हार गए तो क्या होगा। ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी सफल रही है लेकिन जब वो मैच हारते हैं, तब भी लोग एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए आते हैं। जब 1999 के वर्ल्ड कप फाइनल में हार गए थे तब हमें बहुत आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। हमें हार को शालीनता से स्वीकार करना चाहिए और अपनी टीम को बधाई देनी चाहिए क्योंकि उन्होंने बेहतरीन क्रिकेट खेला है।”
अपनी बातचीत में इंजमाम-उल-हक ने 1996 वनडे वर्ल्ड कप की एक घटना का जिक्र किया, जहां श्रीलंकाई टीम ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर ट्रॉफी जीती थी। उन्होंने कहा, “मैं आपको एक घटना बताता हूं, 1996 वनडे वर्ल्ड कप में जब ऑस्ट्रेलिया गद्दाफी स्टेडियम में श्रीलंका से हार गया था, तो उनका घर वापस स्वागत किया गया था। इसलिए, हमें भी उनका वापस स्वागत करना चाहिए और सेमीफाइनल के लिए उनकी आलोचना नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला है और पूरे देश को प्रेरणा दी है।”