भारत बनाम बांग्लादेश सुपर 12 मैच के दौरान हुई विवादास्पद अंपायरिंग से नाखुश BCB जल्द उठा सकता है कठोर कदम

बीसीबी (BCB) भारत बनाम बांग्लादेश मैच के दौरान हुई अंपायरिंग से बिल्कुल खुश नहीं है।

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Jalal Yunus and India v Bangladesh (Image Source: BCB/Getty Images)

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) 2 नवंबर को बांग्लादेश और भारत के बीच खेले गए जारी आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के सुपर 12 मैच के दौरान हुई नाइंसाफी का मुद्दा उचित मंच पर उठाने की तैयारी में है। बीसीबी (BCB) विराट कोहली की फेक फील्डिंग और मैच को बारिश के बाद देरी से शुरू करने की कप्तान शाकिब अल हसन की प्रार्थना को अस्वीकार करने के मुद्दे को संभवतः अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और टी-20 वर्ल्ड कप कमिटी के सामने उठाने के लिए तैयार है।

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भारत बनाम बांग्लादेश टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के सुपर 12 मैच के दौरान मरैस इरास्मस और क्रिस ब्राउन ऑन-फिल्ड अंपायर थे, जिसे टीम इंडिया ने एडिलेड ओवल में 5 रनों से जीता था। आपको बता दें, लिटन दास के रन आउट होने से पहले विराट कोहली को सातवें ओवर में फेक थ्रो करते हुए देखा गया, जिस पर बांग्लादेश के उपकप्तान नूरुल हसन की नजर पड़ी, लेकिन ऑन-फिल्ड अंपायरों ने भारतीय स्टार की हरकत पर ध्यान नहीं दिया, इसलिए उन पर और भारतीय क्रिकेट टीम पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया। इस मैच में एक और विवादास्पद घटना हुई।

बीसीबी (BCB) भारत बनाम बांग्लादेश मैच के दौरान हुई अंपायरिंग से बिल्कुल खुश नहीं है

दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायरों से गीला आउटफील्ड सुखाने के लिए अतिरिक्त समय मांगा, लेकिन मैच अधिकारियों ने उनके अनुरोध को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि मैच फिर से शुरू करने के लिए मैदान की स्थिति काफी अच्छी है। इन दोनों मुद्दों को लेकर बीसीबी (BCB) भारत बनाम बांग्लादेश मैच के दौरान हुई अंपायरिंग से बिल्कुल खुश नहीं है, जिसे लेकर वे आईसीसी के पास शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

अब, इस मुद्दे पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के क्रिकेट ऑपरेशन के अध्यक्ष जलाल यूनुस ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा: “हमने इन मुद्दों पर चर्चा की है। आपने ये सारी चीजें टीवी में देखी है और सब कुछ सबके सामने है। पहला मामला फेक थ्रो का था, हमने अंपायरों को इस थ्रो के बारे में सूचित किया था लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने इसे नोटिस नहीं किया, जिस कारण उन्होंने रिव्यु नहीं किया। शाकिब ने इरास्मस के साथ इस बारे में काफी लंबी चर्चा की और यहां तक कि मैच के समापन के बाद भी उनसे इस मुद्दे पर बात की, लेकिन इस पर कोई कदम नहीं उठाया गया।

दूसरी बात, शाकिब ने गीले मैदान के बारे में अंपायरों से बात की थी और उन्होंने मैदान को सूखने के लिए कुछ और समय मांगा, और गुजारिश की कि मैदान के सूखने के बाद मैच को दोबारा शुरू करें। लेकिन..अफसोस किसी ने नहीं सुनी, और अंपायरों का निर्णय अंतिम होता है, और यही कारण है कि हम कुछ कर नहीं पाए। आपको केवल मैच के लिए हामी भरना या नहीं भरने का फैसला लेना था, और हमें खेलना पड़ा। ये सारी चीजें हमारे दिमाग में है, ताकि हम इस मुद्दे को उचित मंच पर उठा सकें।”

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