क्या होती टीम की प्लेइंग XI जब एक होती भारत पाकिस्तान की टीम!

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India vs Pakistan (Photo Source : Twitter)

1940 में कोलोनियल शासन और ब्रिटिश राज के खिलाफ लड़ाई ने भारत और पाकिस्तान के नाम से दो नए देशों को जन्म दिया। सर साइरिल रैडक्लिफ द्वारा बनाई गई विभाजन निति ने ‘रेडक्लिफ लाइन’ का गठन किया जिसने भारत को एक मुस्लिम वर्चस्व वाले देश में विभाजित किया जो कि एक हिंदू प्रधान एक था।

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बाद में, पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश में तब्दील हो गया और सिलोन श्रीलंका में बदल गया। मौजूदा समय में अगर कुछ भी ऐसा है जो चारों राष्ट्रों को एकजुट करती है तो वे क्रिकेट का खेल होता है।1947 में ब्रिटिश राज के तहत भारत ने स्वतंत्रता से पहले ही अपनी अंतरराष्ट्रीय टीम बना ली थी। भारत ने 1932 में पहला टेस्ट मैच खेला था।

कई दशकों से अब तक, इन चारो एशियाई देशों ने एक के बाद एक एक्सीलेंट क्रिकेट प्रतिभा पेश की है. ‘उपमहाद्वीप’ के गुंडप्पा विश्वनाथ, विनोद मंकड़, जहीर अब्बास, मुरलीधरन, बिशन सिंह बेदी और इमरान खान जैसे खिलाड़ियों ने अपने करियर के दौरान शानदार प्रदर्शन किया हैं।

जब भी भारत और पाकिस्तान की बात आती है, तो दोनों देश दो रंगों से विभाजित होते हैं, नीले और हरे। ब्लूज़ हमेशा एक ड्रीम बल्लेबाजी लाइनअप रखने के लिए प्रसिद्ध थे, जबकि ग्रीन्स के पास गेंदबाजी लाइनअप थी जो विरोधी के कैंप में आतंक पैदा करती थी।

अगर 1947 में भारत का बटवारा न होता और पाकिस्तान एक अलग देश न बनता तो दोनों देशो से मिलाकर बनाने वाली टीम दुनिया की एक सर्वश्रेठ और अजय टीम बनाई जा सकती थी। बटवारा न होता तो कुछ ऐसी होती क्रिकेट टीम।

20वीं शदी के दौरान बल्लेबाजी लाइनअप में सईद अनवर, सचिन तेंदुलकर, इंजमाम उल हक, मोहम्मद यूसुफ, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, युवराज सिंह, शाहिद अफरीदी जैसे नाम शामिल होते। गेंदबाज़ी यूनिट में वाकर यूनिस, वसीम अकरम, शोएब अख्तर, अनिल कुंबले, जहीर खान और सकलेन मुश्ताक जैसे गेंदबाज़ शामिल होते। वीवीएस लक्ष्मण, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, मोहम्मद हफीज, मिस्बाह उल हक और यूनिस खान भी कुछ ऐसे नाम है जो टीम की पहली के रूप में से एक है।

यदि हम 80 और 90 के दशक के स्वर्ण युग की बात करे तो दोनों देशो के पास लीजेंड खिलाडियों की पूरी फ़ौज थी।  ऊपर बताए अनुसार हम एक संयुक्त XI टीम की बात करे तो टीम में सुनील गावस्कर, जावेद मियांदाद, जहीर अब्बास, श्रीकांत, कपिल देव, इमरान खान, अब्दुल कादिर जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे।

वर्तमानसमय की बात करे तो रैडक्लिफ लाइन निति भारत को 2 हिस्सों में न तोड़ती तो आज एक ऐसी टीम तैयार की जा सकती थी, जिसे हराना अन्य टीमों के लिये सपना होता:

ओपनर (रोहित शर्मा, फखर ज़मान, शिखर धवन)

दोनों देशो के ये तूफ़ानी बल्लेबाज़ ओपनर के रूप में सबसे अच्छे विकल्प है। टीम में दाएं और बाएं का गज़ब का कॉम्बिनेशन हो सकता है, जोकि किसी भी गेंदबाज़ी के लिए डर का कारण बन सकता है। अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में फखर अभी अनुभवहीन है, लेकिन वह आने वाले वर्षो में पाकिस्तान के लिए एक लीजेंड बन सकते है। शिखर धवन इस समय टीम इंडिया के सर्वश्रेठ ओपनर है।

मध्य-क्रम (विराट कोहली, शोएब मलिक, एमएस धोनी, अज़हर अली, चेतेश्वर पुजारा)

विराट कोहली के बिना क्रिकेट की कोई भी टीम बनाना मुश्किल है। सरफ़राज़ अहमद ने बतौर कप्तान काफ़ी प्रसंशा हासिल की है, लेकिन फिर भी कोहली एक लीडर के रूप में पहली पसंद होगे। शोएब मलिक मॉडर्न क्रिकेट के लीजेंड है, किसी भी तरह से इंडो-पाक टीम में उन्हें नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता है। अज़हर अली और चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट फॉर्मेट में शानदार है। महानतम फिनिशर एमएस धोनी के बिना मध्यक्रम अधुरा है। इसके आलावा वह वर्ल्ड क्रिकेट के सर्वश्रेठ विकेटकीपर भी है।

आलराउंडर्स (इमाद वसीम, हार्दिक पंड्या)

इमाद वसीम और हार्दिक पंड्या ऑलराउंडर के रूप में उभरे है। दोनों युवा हरफ़नमौला खिलाड़ियों के पास प्रतिभा की कमी नहीं है। वासिम और पंड्या दोनों हार्ड हिटर है, और गेंद के साथ भी अच्छा करते है। दोनों देशों के चयनकर्ताओं ने वसीम और पंड्या की क्षमताओं पर बहुत विश्वास किया है।

स्पिनर (शादाब खान, रवीन्द्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, यासिर शाह)

इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन से पहले भारत के रवीन्द्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर थे। भारतीय स्पिन जोड़ी टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेठ स्पिनरों में है। शादाब ने बेहद शानदार अंदाज़ में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज किया है, हालांकि अभी आगे उन्हें काफ़ी कुछ करना है। टेस्ट क्रिकेट में लेग-स्पिनर यासिर शाह पाकिस्तान के लिये वरदान साबित हुये है, हालांकि सिमित ओवर क्रिकेट में अब भी उनकी प्रतिभा पर सवालियां निशान है।

तेज गेंदबाज़ (मोहम्मद आमिर, जसप्रीत बुमराह, हसन अली, भुवनेश्वर कुमार)

2015-16 में वापसी करने के बाद से, मोहम्मद आमिर अपनी स्विंग और गति से बहुत घातक साबित हुये है। जसप्रीत बुमराह फिलहाल डेथ ओवरों में सबसे अच्छे है। हसन अली का उत्साह और भुवनेश्वर कुमार का शानदार फॉर्म अच्छे प्रदर्शन की गारंटी देता है।

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