‘जब मैं 40 पर बल्लेबाजी कर रहा था तब मुझे लगा कि मैं 150 रन बन सकता हूं’- विराट कोहली

विराट कोहली ने कहा कि मुझे चैलेंज बहुत पसंद हैं और भिन्न-भिन्न परिस्थितयों में खेलना आसान नहीं होता। 

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Virat Kohli (Photo Source: Getty Images)

बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली ने शानदार 186 रन की पारी खेली। इस शतकीय पारी के लिए, उन्हें 1205 दिन, 24 टेस्ट और 42 पारी तक इंजतार करना पड़ा। वहीं शतकीय पारी खेलने के बाद विराट कोहली ने टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें टीम की जरूरत पता है। ऐसे में रिकॉर्ड या शतक उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है।

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दरअसल BCCI ने राहुल द्रविड़ और विराट कोहली की बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस वीडियो में द्रविड़, विराट कोहली से यह पूछते हुए नजर आ रहे हैं कि, मुझे पता है कि आप ऐसे खिलाड़ी हैं, जो लगातार 100 रन बनाते हैं। लेकिन कोविड के कारण ज्यादा टेस्ट मैच नहीं हुए। ऐसे में टेस्ट में शतक लगा पाना मुश्किल होता है। लेकिन शतक को लेकर आपके दिमाग में क्या चल रहा था।

कठिन परिस्थितियों में टीम के लिए अहम पारी खेलना मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है-विराट कोहली 

राहुल द्रविड़ के इस सवाल पर विराट कोहली ने जवाब देते हुए कहा कि, जब आपको पता हो कि आपकी टीम की जरूरत क्या है, तो आप 40-45 रन की पारी से भी बहुत खुश हाेते हैं। चौथे टेस्ट में भी जब मैं 40 रन पर था, तब मुझे पता था कि मैं 150 रन बना सकता हूं। मैं जानता था कि मैं बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहा हूं, लेकिन कठिन परिस्थितियों में टीम के लिए अहम पारी खेलना मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है।

उन्होंने आगे कहा कि, मैं पूरी ईमानदारी से कहूं तो शतक बनाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है क्योंकि जैसे ही आप होटल के कमरे से बाहर निकलते हैं, बाहर के आदमी से लेकर लिफ्ट के आदमी तक, बस ड्राइवर हर कोई आपसे कहता है कि हमें शतक चाहिए। इसलिए यह हर समय आपके दिमाग में चलता रहता है।

विराट कोहली ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि, किसी भी खिलाड़ी के लिए शतक बेहद जरूरी होता है। मुझे चैलेंज बहुत पसंद हैं। अलग-अलग मैदान में भिन्न-भिन्न परिस्थितयों में खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता।

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