वसीम जाफर ने किया विराट कोहली का बचाव, फेक फील्डिंग पर रखा अपना पक्ष

जितना मुझे पता है कि पहली बार आपको चेतावनी दी जाती है, तुरंत ही सजा नहीं मिलती है: वसीम जाफर

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virat kohli ‘fake fielding’ (pic source-twitter)

हाल ही में भारतीय टीम ने ICC टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के साथ टीम लगभग सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। बता दें, इस मैच में विराट कोहली ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेल अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। इसी के साथ जब वो मैदान पर फील्डिंग करने उतरे तब उनके ऊपर ‘फेक फील्डिंग’ का आरोप लगाया गया। इसी को लेकर भारत के पूर्व ओपनर वसीम जाफर ने अपना पक्ष सबके सामने रखा है।

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बता दें, बांग्लादेश के नुरुल हसन ने विराट कोहली के ऊपर ‘फेक फील्डिंग’ का आरोप लगाया था। नुरुल हसन का मानना था कि विराट कोहली ने गेंद को फेंक कर बल्लेबाज को भ्रमित कर दिया था जबकि उनके पास गेंद थी भी नहीं। क्रिकेट में यह गलत माना जाता है।

नियम के मुताबिक, ‘अगर फील्डिंग करने वाली टीम की ओर से किसी भी तरह का ऐसा एक्शन जानबूझकर किया जाता है जिससे बल्लेबाज की एकाग्रता भंग होती है तो अंपायर उस गेंद को डेड बॉल करार दे सकते हैं और इसके बाद बल्लेबाजी टीम के खाते में अतिरिक्त 5 रन भी जुड़ जाते हैं।’

विराट कोहली को इस चीज की सजा ना मिलती: वसीम जाफर

बता दें, विराट कोहली की इस हरकत को ना तो दोनों अंपायर देख पाए और ना ही बल्लेबाज और इसी वजह से उनपर कोई नियम लागू नहीं हुआ। वसीम जाफर ने क्रिक्ट्रैकर के शो रन की रननीति में कहा कि, ‘अगर अंपायरों ने कोहली को नहीं देखा तब भी वहां काफी कैमरे थे कोहली की इस हरकत को पकड़ने के लिए।

लेकिन जितना मुझे पता है कि पहली बार आपको चेतावनी दी जाती है तुरंत ही सजा नहीं मिलती है। इतना मुझे याद है कि विराट कोहली ने यह पहली बार किया है दूसरी बार नहीं, इसी वजह से अंपायरों ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया होता। मुझे नहीं लगता कि बांग्लादेश को पहली बार में ही 5 रन पेनाल्टी के मिल जाते। लेकिन विराट कोहली को अगली बार ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है।’

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