हम में से कई लोग रोजाना ऑफिस जाते हैं। अपनी दुकानों पर जाते हैं। ड्राइवर रोजाना गाड़ी चलाता है। सफाई करने वाले सफाई करता है। कभी उसके ऑफिस वाले कहते हैं कि इन्हें आराम की जरूरत है इसलिए 15 दिन तक आराम की कीजिए। नहीं ना, तो फिर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान को क्यों आराम की जरूरत पड़ गई। न्यूजीलैंड दौरे पर तीन मैच खेलने के लिए वे विश्राम के लिए चले जाएंगे और भारतीय टीम दो वनडे और तीन टी-20 मैच बिना विराट के खेलेगी।
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काम करने वाले तो सप्ताह में 6 दिन काम करते हैं, लेकिन विराट महीने में दस-बारह दिन खेलते हैं। बाकी दिन तो आराम रहता है। आराम के नाम पर विज्ञापन की शूटिंग कर लेते हैं। इवेंट्स में जाते हैं और माल कमा लेते हैं। हमें इस पर कोई ऐतराज भी नहीं है। लेकिन आराम की जरूरत क्या है? ऐसा क्या कर लिया कि थक गए।
माना कि खिलाड़ी शारीरिक परिश्रम करते हैं, लेकिन यही तो काम है। इसके सिवाय उन्हें दूसरा कुछ नहीं करना पड़ता। फिर सारी सुविधाएं है। बढ़िया खाना। शानदार जिम। देखभाल करने वाले डॉक्टर। शानदार होटल और कार। ट्रेनर। विशेषज्ञ। फाइव स्टार सुविधाएं। जो चाहा पल में हाजिर। फिर कैसी थकान?
विराट को आराम दिया गया ताकि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में होने वाली सीरिज के लिए तरोताजा हो जाए। पर दूसरे खिलाड़ी भी तो खेल रहे हैं। धोनी की उम्र तो विराट से ज्यादा है, आराम तो उनका बनता है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरिज को इतना हल्के से क्यों लिया जा रहा है। यदि आराम करना है तो आईपीएल मत खेलिए। इस टूर्नामेंट में तो कोई भी खिलाड़ी आराम का नाम नहीं लेता। जबकि इस टूर्नामेंट में लगातार मैच खेलने पड़ते हैं। वो भी गर्मियों में। एक शहर से दूसरे शहर भटकना पड़ता है। वो भी पौने दो महीने तक। लेकिन कोई खिलाड़ी यह नहीं कहता कि मुझे आराम करना है। पैसा ही इतना बरसता है आईपीएल में कि चकाचौंध में सब आराम की बात भूल जाते हैं।
विश्व कप के पहले तरोताजा होना चाहिए
आईपीएल के ठीक बाद विश्व कप शुरू होने वाला है। यदि आराम करना है और विश्व कप के लिए तरोताजा होना है तो आईपीएल मत खेलिए। न्यूजीलैंड के खिलाफ न खेलने के बहाने कुछ और है, आराम तो सिर्फ बहाना है।