टीम इंडिया अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर जाएगी, जहां उसे पांच टी-20, दो टेस्ट और तीन ODI मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके लिए BCCI ने टीम का ऐलान कर दिया है। हालांकि, टीम की घोषणा होते ही फैंस और कई दिग्गज खिलाड़ियों ने भारतीय चयनकर्ताओं की जमकर आलोचना की, क्योंकि इस स्क्वॉड में कई बेहतरीन खिलाड़ियों का नाम शामिल नहीं हुआ।
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बता दें कि चेतेश्वर पुजारा, उमेश यादव, सरफराज खान के अलावा कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं। इस मामले पर हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सबा करीम ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि टीम में ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल का चयन तो जरूर हुआ, लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन को चयनकर्ताओं ने इग्नोर कर दिया।
उन्हें खेलने का मौका दिए बिना ही टेस्ट टीम से कैसे हटा सकते हैं- सबा करीम
सबा करीम ने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में कहा कि, मुझे लगा कि इस बार वेस्टइंडीज दौरे के लिए चयन काफी उलझन भरा था और चयनकर्ताओं की सोच समझ में नहीं आ रही थी कि सरफराज खान और अभिमन्यु ईश्वरन, इन दोनों का चयन क्यों नहीं किया गया। अगर मैं सच कहूं हूं तो अभिमन्यु ईश्वरन भारत के बांग्लादेश दौरे पर टेस्ट टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका दिए बिना ही आप उन्हें टेस्ट टीम से कैसे हटा सकते हैं?
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा कि, हमने रेड बॉल क्रिकेट के लिए ऐसे खिलाड़ी के चयन को प्राथमिकता दिया जिसने डोमेस्टिक लेवल पर रेड बॉल क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया हो। अगर वह खिलाड़ी ODI घरेलू टूर्नामेंट के साथ-साथ आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखता है, तो हम यह मान लेते हैं कि यह क्रिकेटर आने वाले समय में एक ऑल-फॉर्मेट खिलाड़ी बन सकता है।
सबा करीम ने आगे कहा कि, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि किसी खिलाड़ी को सिर्फ आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में चुना जाएगा। आईपीएल का प्रदर्शन ठीक है, लेकिन उससे पहले उन्हें कुछ रेड बॉल क्रिकेट में किए प्रदर्शन का भी समर्थन मिलना चाहिए।