'समझ नहीं आ रहा NO.1 टेस्ट गेंदबाज को क्यों बाहर रखा गया'- WTC फाइनल हारने के बाद फूटा सचिन तेंदुलकर का गुस्सा - क्रिकट्रैकर हिंदी

‘समझ नहीं आ रहा NO.1 टेस्ट गेंदबाज को क्यों बाहर रखा गया’- WTC फाइनल हारने के बाद फूटा सचिन तेंदुलकर का गुस्सा

WTC फाइनल में टीम इंडिया 444 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 234 रनों पर ऑलआउट हो गई।

Sachin Tendulkar R Ashwin (Photo Source: Twitter)
Sachin Tendulkar R Ashwin (Photo Source: Twitter)

आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 209 रनों से जीत दर्ज कर नौवें आईसीसी खिताब पर कब्जा किया। WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने शुरूआत से पकड़ मजबूत बना कर रखी थी। पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए टीम ने 469 रन बनाए, जिसके बाद टीम इंडिया पहली पारी में 296 रनों पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 270 रन बनाकर 444 रनों का लक्ष्य भारत के सामने रखा।

लेकिन भारतीय बल्लेबाज लक्ष्य का पीछा करते हुए बुरी तरह फ्लॉप रहे। टीम मात्र 234 रनों पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया की इस जीत के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया के जरिए टीम को शुभकामनाएं दी है। लेकिन साथ ही सचिन तेंदुलकर ने अश्विन को प्लेइंग 11 से बाहर रखने के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है।

बल्लेबाज पहली पारी में कमाल नहीं कर पाए- सचिन तेंदुलकर

ट्रैविस हेड और स्टीव स्मिथ ने WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के लिए शानदार खेल दिखाया है। ट्रैविस हेड ने पहली पारी में 163 और दूसरी पारी में 18 रन बनाए। वहीं स्टीव स्मिथ ने पहली पारी में 121 और दूसरी पारी में 34 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर दोनों बल्लेबाजों की जमकर तारीफ करते हुए नजर आए। साथ ही सचिन तेंदुलकर ने भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन पर भी अपनी राय रखी।

सचिन तेंदुलकर ने भारत के हार के बाद ट्वीटर पर लिखा, ‘WTC फाइनल जीतने पर टीम ऑस्ट्रेलिया को बधाई। स्टीव स्मिथ और ट्रैविस हेड ने खेल को अपने पक्ष में करने के लिए पहले ही दिन ही एक ठोस नींव रख दी। भारत को खेल में बने रहने के लिए पहली पारी में बड़ी बल्लेबाजी करनी थी, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। टीम इंडिया के लिए कुछ अच्छे पल थे, लेकिन मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि अश्विन जो इस समय दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं, उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर क्यों रखा गया?’

सचिन तेंदुलकर ने आगे लिखा, ‘जैसा कि मैंने मैच से पहले कहा था स्पिनर हमेशा टर्निंग ट्रैक पर भरोसा नहीं करते हैं। वे हमेशा हवा में ड्रिफ्ट और सतह से मिल रही उछाल से अपनी विविधताओं का इस्तेमाल करते हैं। यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष 8 बल्लेबाजों में से 5 बाएं हाथ के बल्लेबाज थे।’

 

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