‘आपके खिलाड़ियों, अंपायरों और मैच अधिकारियों का सम्मान करना होगा’- अजिंक्य रहाणे

अजिंक्य रहाणे ने बताया कि उन्होंने अपने टीम के साथी यशस्वी जायसवाल को क्यों मैदान से बाहर भेजा।

Advertisement

Ajinkya Rahane And Yashasvi Jaiswal

साउथ जोन के खिलाफ 294 रनों से जीत दर्ज करने के बाद वेस्ट जोन ने एक और दलीप ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। वेस्ट जोन ने जीत के लिए साउथ जोन के सामने 529 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। लेकिन साउथ जोन की पूरी टीम केवल 71.2 ओवरों में 234 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

Advertisement
Advertisement

यशस्वी जायसवाल को 323 गेंदों में 265 रनों की शानदार पारी खेलने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उनके अलावा सरफराज खान ने भी इस मुकाबले में 178 गेंदों पर नाबाद शतक 127 रन बनाए।

युवा खिलाड़ियों की शानदार पारी ने अजिंक्य रहाणे की अगुवाई वाले वेस्ट जोन के लिए जीत लगभग सुनिश्चित कर दी। हालांकि, मैच के दौरान वेस्ट जोन के कप्तान रहाणे ने जायसवाल को मैदान से बाहर भेजने का फैसला किया, क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाज मैच के दौरान लगातार अंतराल पर रवि तेजा के खिलाफ स्लेजिंग कर रहे थे।

रहाणे ने बताया कि उन्होंने क्यों जायसवाल को मैदान से बाहर भेजा

जायसवाल और तेजा कई बार स्लेजिंग में उलझते रहे और अंपायरों ने उन्हें इसके लिए चेतावनी भी दी थी। इस बीच रहाणे मैच के अंतिम दिन जायसवाल को कुछ ओवरों के लिए बाहर भेजा, इसके लिए वो बाद में सुर्ख़ियों में आए। इसी को लेकर रहाणे ने अब बताया कि उन्होंने क्यों जायसवाल को मैदान से बाहर भेजा।

मैच के बाद रहाणे ने कहा कि, “आपको नियमों का पालन करना होगा और खेल, अपने विरोधियों और अंपायरों का सम्मान करना होगा। इसी तरह मैंने हमेशा अपना क्रिकेट खेला है और आगे भी करता रहूंगा। कुछ चीजें हैं जिनका आपको मैदान पर पालन करना चाहिए, यदि आप नहीं करते हैं, तो आप मैदान से बाहर जा सकते हैं। यह मेरा अपना मंत्र है।”

रहाणे ने आगे कहा कि, “मैं हमेशा आपके विरोधियों, अंपायरों और मैच अधिकारियों का सम्मान करने में विश्वास करता हूं। इसलिए आपको कुछ घटनाओं को एक निश्चित तरीके से संभालना होगा।”

Advertisement