भारतीय टीम के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने दक्षिण अफ्रीका के अपने पहले दौरे पर जिस तरह का प्रदर्शन किया है उसके बाद उनकी हर जगह तारीफ़ हो रही है क्योंकी अफ्रीका के बल्लेबाजों को उन्ही की जमीन पर पहली बार किसी स्पिन गेंदबाज ने इस तरह परेशान किया कि वे पूरी सीरीज के दौरान इससे उबार नहीं सके. चहल ने इस वनडे सीरीज के 6 मैच में कुल 16 विकेट हासिल किये और कुलदीप यादव के बाद वनडे सीरीज में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में दूसरे स्थान पर रहे.
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हमेशा चश्मा पहने रहते है
युजवेंद्र चहल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच में सिर्फ एक विकेट पाने नाम पर किया जबकि भुवनेश्वर कुमार ने उस मैच में 5 विकेट लिए जिसके बाद भुवि तीनों फॉर्मेट में 5 विकेट लेने वाले चहल के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गयें है. युजवेंद्र चहल को अक्सर मैदान में फील्डिंग करते समय चश्मा पहने हुए देखा जाता है जिसके से इस बात का अनुमान लगाया जा रहा है कि उनकी आखों में कुछ दिक्कत है.
सुरक्षा के लिए पहनता चश्मा
केके चहल जो युजवेंद्र चहल के पिता है उन्होंने मिड डे से अपनी बातचीत के दौरान चहल के चश्मा पहनने के बारे में बताया कि “चहल जब दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाना वाला था तो उस समय एक आखों के विशेषज्ञ ने उन्हें चश्मा पहनने की इज़ाज़त दी थी जिसके बाद चहल ने सुरक्षा के लिहाज़ में इसे पहनना शुरू कर दिया लेकिन गेंदबाजी और बल्लेबाजी के दौरान वह चश्मा नहीं पहनता है.”
नईं नौकरी के कारण करना पड़ा ऐसा
चहल के पिता ने इस बारे आगे कहा कि “चहल की नईं नौकरी जो इनकम टैक्स इंस्पेक्टर की ज्वाइन की है उसमे उससे चश्मा पहनने का सुझाव दिया गया है क्योंकी उनकी आखों की रौशनी कम नहीं है लेकिन उन्हें सुरक्षा के लिहाज से इसे पहनना पड़ेगा और अपनी नौकरी के कारण चहल को चश्मा पहनना पड़ा.”