इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में अभी तक कुल 30 मुकाबले खेले जा चुके हैं। 18 अप्रैल को हुए कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के मुकाबले में राजस्थान ने कोलकाता को 7 रन से मात दी। इस मैच में जीत के हीरो रहे जोस बटलर और यजुवेंद्र चहल। बटलर के शतक की बदोलत राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 20 ओवर में 218 रन का लक्ष्य KKR के सामने रखा।
Advertisement
Advertisement
जवाब में KKR का पहला विकेट शून्य पर ही गिर गया। जिसके बाद दूसरे विकेट के लिए KKR कप्तान श्रेयस अय्यर और आरोन फिंच के बीच 107 रन की साझेदारी देखने को मिली। ये रोमांचक मुकाबला कोलकाता बड़ी आराम से जीत रही थी लेकिन चहल के एक ओवर ने पूरा मैच राजस्थान रॉयल्स की तरफ पलट दिया।
कोलकाता को आखिरी 4 ओवर में जीत के लिए 40 रन की आवश्यकता थी। कप्तान श्रेयस और वेंकटेश अय्यर क्रीज पर मौजूद थे और KKR के 6 विकेट शेष थे। 17वां ओवर संजू ने चहल को दिया और स्पिनर ने ना ही सिर्फ एक ही ओवर में 4 विकेट लिए बल्कि आईपीएल की अपनी पहली हैट्रिक भी ली। इस ओवर की वजह से KKR बैकफुट पर आ गई और यह मैच 7 रन से हार गई।
इस जीत के बाद राजस्थान रॉयल्स टीम के गेंदबाजी कोच लसिथ मलिंगा ने चहल की जमकर तारीफ की। सभी जानते हैं कि मलिंगा खुद अपने समय में आईपीएल के घातक तेज गेंदबाज रह चुके हैं। उनकी गेंदबाजी के आगे सभी बल्लेबाज घुटने टेक देते थे।
चहल भारत के सबसे अनुभवी लेग स्पिनर हैं
लसिथ मलिंगा ने इस भारतीय लेग स्पिनर की तारीफ करते हुए कहा कि,चहल ना ही सिर्फ इस टूर्नामेंट के बल्कि भारत के सबसे अनुभवी लेग स्पिनर हैं। गेंदबाजों को गेंद कराते समय अपनी लाइन और लेंथ को ठीक से रखना चाहिये और ऐसा ही कुछ चहल ने अभी तक इस टूर्नामेंट में दिखाया हैं। चहल के पास अधिक अंतरराष्ट्रीय अनुभव है। वह देश और इस टूर्नामेंट में सबसे अनुभवी लेग स्पिनर हैं। उन्होंने दिखाया कि कैसे अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को रोका जा सकता हैं।
लेग स्पिनरों के पास अधिक विकेट लेने के विकल्प होते हैं और उन्होंने इस मैच में दिखाया कि कैसे वह विकेट ले सकते हैं और एक ही ओवर में खेल को बदल सकते हैं। मुझे लगता है कि उन्होंने सभी लेग स्पिनरों को दिखाया कि वे इस प्रतियोगिता में मैच जिताने वाले गेंदबाज हैं।”
बता दें, चहल ने इस मैच में कुल 4 ओवर में 40 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए थे। वेंकटेश, श्रेयस, शिवम मावी और पैट कमिंस को एक ही ओवर में आउट कर अपनी टीम को जीत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया था। आखिरी में उमेश यादव ने कोलकाता को अपनी बल्लेबाजी से थोड़ी राहत दी लेकिन टीम को वो ये मुकाबला नहीं जीता पाए।