बुलावायो में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में वेस्टइंडीज ने जिंबाब्वे को एक पारी और 4 रन से मात दी। इस शानदार मुकाबले में वेस्टइंडीज के स्पिनर गुडाकेश मोती ने दोनों पारियों को मिलाकर 13 विकेट झटके और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। टेस्ट क्रिकेट में किसी वेस्टइंडीज स्पिनर द्वारा यह सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े हैं।
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बता दें, यह गुडाकेश मोती का तीसरा टेस्ट मैच था। उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ पहली पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए 33 रन देकर 7 विकेट झटके जिसकी वजह से मेजबान टीम 115 रन पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में सभी विकेट खोकर 292 रन बनाए। मोती ने दूसरी पारी में भी कमाल की गेंदबाजी की और मेजबान के खिलाफ 62 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए।
उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर 99 रन देकर 13 विकेट झटके और सोनी रामाधीन के एक मुकाबले में 11 विकेट का रिकॉर्ड तोड़ा। यही नहीं इस शानदार स्पिनर ने अल्फ वैलेंटाइन का भी रिकॉर्ड तोड़ा। बता दें, आज से 73 साल पहले वेस्टइंडीज के पूर्व बाएं हाथ के गेंदबाज अल्फ वैलेंटाइन ने एक पारी में 7 विकेट झटके थे। मोती यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे बाएं हाथ के गेंदबाज बन गए हैं।
काफी खुशी महसूस हो रही है कि मैंने यह उपलब्धि हासिल की: गुडाकेश मोती
In just his third Test, Gudakesh Motie has broken a record that has stood for 73 years.
बता दें, गुडाकेश मोती ने प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज दोनों अवार्ड जीते। टी. चंद्रपाल जिन्होंने पहले मुकाबले में दोहरा शतक जड़ा था उनकी जगह प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड गुडाकेश मोती को दिया गया।
दूसरे मैच के बाद गुडाकेश मोती ने सीरीज जीतने के बाद कहा कि, ‘मुझे काफी अच्छा लग रहा है, मैंने इस सीरीज के लिए काफी कड़ी मेहनत की थी और इसका फल मुझे मिला। काफी खुशी महसूस हो रही है, यहां का ट्रैक हमारे देश की पिच से काफी समान है तो इसीलिए मैं ज्यादा अलग सीधे करने की नहीं सोच रहा था। मैंने यह उपलब्धि हासिल की इस बात की भी मुझे काफी खुशी है। उम्मीद करता हूं कि आने वाले मुकाबलों में भी मैं ऐसी ही गेंदबाजी करूं।’