वो 3 विवादित फैसले जो विराट कोहली ने अपने टेस्ट कप्तानी कार्यकाल के दौरान लिए
विराट ने 68 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की जिसमें उन्हें 40 में जीत लिए।
अद्यतन - जनवरी 16, 2022 10:33 पूर्वाह्न
2) 2021 के इंग्लैंड दौरे पर अश्विन को टीम से बाहर रखना
रविचंद्रन अश्विन क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक साबित हुए हैं और जब उन्हें पिछले साल इंग्लैंड दौरे में एक भी टेस्ट के प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया तो विराट के इस फैसले ने क्रिकेट जगत को हैरानी में डाल दिया था। विदेशी पिचों पर ऑफ स्पिनर के रिकॉर्ड में सुधार हो रहा है और वह काउंटी के कुछ अच्छे मैच खेलने के बाद वह इंग्लैंड सीरीज में खेलने आए थे।
इंग्लैंड लाइनअप में बहुत सारे बाएं हाथ के बल्लेबाजों के होने के साथ, उस टीम में अश्विन की भूमिका काफी बड़ी मानी जा रही थी। हालांकि, कोहली चार तेज गेंदबाज सिद्धांत और रवींद्र जडेजा में हरफनमौला खिलाड़ी की अपनी योजनाओं पर अड़े रहे। तीसरे टेस्ट में इस कदम का कुछ हद तक उल्टा असर हुआ जब भारत को हार का सामना करना पड़ा।
ऐसे में बहुत सारे लोगे ऐसे थे जो अश्विन को सीरीज में एक मैच खेलते हुए देखना चाहते थे। अश्विन श्रृंखला के दौरान अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे और वह एक तेज गेंदबाज से आगे एक स्थान के हकदार थे। लेकिन विराट ने उनको मौका नहीं दिया और उनके इस फैसले की वजह से लागातर उन्हें आलोचकों के सवालों के घेरे में रहना पड़ा।