अगर विराट कोहली से यह 3 बातें सीख लें सरफराज अहमद, तो बन सकते हैं बेहतर कप्तान
अद्यतन - जनवरी 29, 2019 10:48 पूर्वाह्न
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया जहां रोज सफलता की नई इबारत लिख रही है तो अपनी नस्ली टिप्पणियों के लिए पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद पर आईसीसी ने 4 मैचों का प्रतिबंध लगा दिया है। वह वर्ल्ड कप से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में नहीं खेल पा रहे हैं।
किसी भी खिलाड़ी के लिए कप्तानी करना आसान नहीं होता। अकसर सभी को आपसे टीम को बड़ी जीत दिलाने की उम्मीद होती तो कई बार टीम को करारी हार का भी सामना करना पड़ता है। भारत, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसे देशों में जहां क्रिकेट व्यापक रूप से देखा हैं, कप्तान को ही सभी कुछ माना जाता है और इस स्थिति में गलतियों की संभावना और भी कम रहती है।
हाल के दिनों में विदेशों में भारत के शानदार प्रदर्शन और पाकिस्तान के घरेलू और विशेष रूप से टेस्ट मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन की वजह से भी यह सवाल उठ रहा है। यह पाकिस्तान के सरफराज अहमद के लिए अलग नहीं है, जो कुछ समय से रडार पर है और दक्षिण अफ्रीका में पाकिस्तान को मिली हार के बाद और भी ज्यादा आलोचना के शिकार हो रहे हैं।
अगर सरफराज को विवादों से बचना है और कप्तान के रूप में बेहतर प्रदर्शन करना है तो उन्हें भारतीय कप्तान विराट कोहली से यह 3 बातें जरूर सीखना चाहिए…
उकसाने पर ही जवाब दें : कुछ सालों पहले विराट कोहली भी मैदान पर इसी तरह आक्रामक रहते थे लेकिन समय के साथ उन्होंने अपने व्यवहार में बदलाव किया। अब वह पहले से ज्यादा परिपक्व दिखाई देते हैं। अगर कोई उन्हें उकसाता है तो वह उसे छोड़ते नहीं है और न ही वह मैदान पर अपने किसी खिलाड़ी के साथ इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त करते हैं। एक कप्तान और एक खिलाड़ी के रूप में उनका प्रदर्शन लाजवाब है। दूसरी ओर सरफाराज के साथ इस समय कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है। वह न तो कप्तान के रूप में बेहतर प्रदर्शन कर पा रहे हैं और नहीं एक खिलाड़ी के रूप में। एंदिले फेहलुकवायो के खिलाफ की गई टिप्पणी से उनकी परेशानी जरूर बढ़ गई है।
अपने खिलाड़ियों का समर्थन : विराट कोहली अपने खिलाड़ियों का पूरा समर्थन करते हैं और उन्हें अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हैं। बुमराह, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल और ऋषभ पंत समेत कई खिलाड़ी इसका एक बड़ा उदाहरण है। भारतीय गेंदबाजी को इस कदर आक्रामक बनाने का श्रेय भी विराट को ही जाता है। दूसरी ओर सरफराज अकसर मैदान पर ही पाकिस्तान के गेंदबाजों को फटकार लगाते दिखाई देते हैं। मैच के दौरान गलतियां होना लाजिमी है और इसके लिए खिलाड़ियों पर फस्ट्रेशन निकालना सही नहीं है। सरफराज अकसर यह गलती कर जाते हैं। इस मामले में भी सरफराज कोहली से कुछ सीख सकते हैं।
स्थिरता सफलता की कुंजी है : विराट कोहली इस समय दुनिया के सबसे कंसिसटेंट प्लेयर है। वह क्रिकेट के तीनों की फॉर्मेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। सरफराज इस मामले में उनके मुकाबले कही नहीं है। विराट ने लगातार अच्छा खेलने की आदत डाल ली है। वह अपना विकेट आसानी से नहीं देते। इसकी एक वजह जीतने की इच्छाशक्ति भी है।
दूसरी ओर सरफराज नीचले क्रम में बल्लेबाजी करने आते हैं। इसके बाद भी वह स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करते नहीं दिखाई देते। जब टीम मुश्किल में हो तो उन्हें बल्ले से भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। उनमें रन बनाने की क्षमता तो है पर आत्मविश्वास की कमी दिखाई देती है।