क्रिकेट मैचों में सट्टा लगाना पुणे के एक व्यक्ति को पड़ा भारी; धोना पड़ा जान से हाथ - क्रिकट्रैकर हिंदी

क्रिकेट मैचों में सट्टा लगाना पुणे के एक व्यक्ति को पड़ा भारी; धोना पड़ा जान से हाथ

पुलिस ने अपराधी सट्टेबाजों के साथियों की तलाश शुरू कर दी है।

Cricket Betting Led A Men To Death (Image Source: Twitter)
Cricket Betting Led A Men To Death (Image Source: Twitter)

क्रिकेट और सट्टेबाजी का पुराना नाता है, जिसे शायद ही कभी तोड़ा जा सकता है, और आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती है, जिससे बार-बार साबित होता है कि इस खेल को सट्टेबाजी से बचाए रखना या दूर रखना लगभग असंभव है। इस बीच, एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 32-वर्षीय व्यक्ति को क्रिकेट सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पाने पर अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

खबरों के अनुसार, उक्त व्यक्ति द्वारा कर्ज नहीं चुका पाने पर पहले तो उसे अगवा किया गया और फिर उसे मौत के घाट उतरते तक पीटा गया। पुलिस अधिकारियों ने खुलासा किया कि पुणे के रहने वाले निखिल चंद्रशेखर अंबुले पहले निर्माण व्यवसाय में थे, जो कि बाद में पता चला कि वह निर्माण व्यवसाय में नहीं थे बल्कि बेरोजगार थे, क्रिकेट सट्टेबाजी में शामिल थे, और उस पर सट्टेबाजों का पैसा बकाया था।

पुलिस ने सट्टेबाज अमराले और माने को गिरफ्तार कर लिया है

जांच के अनुसार, अंबुले का 15 नवंबर को अपहरण किया गया था, जिसके पहले सट्टेबाज अक्सर उन्हें डराते थे और अपने पैसे वापस मांगते थे। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने दो आरोपियों 35 साल के विशाल अमराले और 40 साल के लहू माने को हिरासत में लिया है।

मृतक की पत्नी हर्षदा, जो पुणे में एक अग्रणी मल्टी-नेशनल आईटी कंपनी के लिए काम करती हैं, ने 21 नवंबर को भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर के अनुसार, निखिल ने 16 नवंबर की सुबह हर्षदा को फोन करके बताया कि किसी ने उसका अपहरण कर लिया है, और बताया कि जब तक वह अपना कर्ज पूरी तरह से चुका नहीं देता, वे उसे मुक्त नहीं करेंगे।

द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, हर्षदा ने अपनी शिकायत में कहा: “निखिल की एक मित्र ने मुझे बताया कि मेरे पति का 15 नवंबर की रात अंबेगांव इलाके में एक कार में कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। कुछ समय बाद हमने एक ऑनलाइन बैंकिंग एप्लिकेशन के माध्यम से निखिल के खाते में 28,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। जिसके कुछ देर बाद निखिल घर लौटा और अचानक गिर पड़ा। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”

वहीं, भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा: “अपहरण के बाद, उसे केके मार्केट के पास एक जगह पर बंदी बनाकर रखा गया, जहां उसकी पीठ और सीने पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। हमने सट्टेबाज अमराले और माने को गिरफ्तार कर लिया है, और उनके साथियों की तलाश शुरू कर दी है।”

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