इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय और टी-20 मैच में कोहली की जगह ले सकते है ये 5 खिलाड़ी
अद्यतन - मई 25, 2018 12:01 अपराह्न

भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली गर्दन में चोट की वजह से इंग्लैंड दौरे पर जाने से असमर्थ है और नेक स्प्रेन जैसी बीमारी से ग्रसित है. इस बीमारी की वजह से कप्तान कोहली को आराम करना पड़ सकता है. वहीं बीसीसीआई के अधिकारियों का कहना है कि कप्तान कोहली खार के एक अस्पताल में चेकअप के लिए गए थे जहां पर उन्हें स्लिप डिस्क की परेशानी बताई गई थी लेकिन अब खबर है कि उन्हें नेक स्प्रेन की बीमारी है. और यही वजह है कि विराट इंग्लैंड दौरे पर जाने में असमर्थ लग रहे हैं.
कोहली को काउंटी क्रिकेट खेलने भी जाना था और उसके बाद इंग्लैंड दौरे पर भी जाने की बात थी लेकिन अब उन्हें नेक स्प्रेन होने की वजह से ये दौरा रद्द करना पड़ सकता है लेकिन कोहली की जगह कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो इंग्लैंड में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बन सकते हैं और कोहली की कमी को दूर कर सकते हैं.
1. सूर्यकुमार यादव:

सूर्यकुमार यादव ने मुंबई इंडियंस के लिए खेला और शीर्ष पर उनके लिए बड़ी सफलता साबित हुई. उन्होंने 512 रन बनाए और आईपीएल सीजन 11 के लीग मैच में बड़े स्कोर को भी खड़ा किया. 27 वर्षीय क्रिकेटर ने मुंबई के लिए खेलते हुए घरेलू टूर्नामेंट में प्रभावशाली फॉर्म भी दिखा चुके है.
सात मैचों में 364 रनों के साथ ये विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे. महाराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में 54.25 के औसत से आठ प्रतियोगिताओं में 217 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने लगभग 190 की स्ट्राइक रेट पर रन बनाए जो व्यक्ति की क्षमता को प्रकट करता है.
2. संजू सैमसन:

संजू सैमसन ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला और फ्रेंचाइजी का एक जरूरी सदस्य थे. इन्होंने 31 मैचों की औसत से 15 मैचों में 441 रन बनाए. हालांकि वह आईपीएल के दूसरे चरण में गिरावट में चले गए. उन्होंने किसी भी प्रमुख नाम की अनुपस्थिति में राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए पर्याप्त वादा किया.
त्रिवेंद्रम के पैदा हुए विकेटकीपर बल्लेबाज सैयद मुश्ताक अली में एक प्रभावशाली कार्यकाल था. जहां उन्होंने 43.75 के औसत से 175 रन बनाए और केरल का सबसे ज्यादा रन-गेटर थे. 143.44 की उनकी स्ट्राइक रेट का मतलब था कि उन्होंने तेज दर से रनों को बटोरा.
3. श्रेयस अय्यर:

श्रेयस अय्यर ने दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रतिनिधित्व किया और ये अपने पूरे फॉर्म में थे. उन्होंने चार अर्धशतक के साथ 37.36 के औसत से 411 रन बनाए. गौतम गंभीर कप्तान की स्थिति से नीचे उतरने के बाद उन्हें फ्रेंचाइजी के कप्तान के रूप में भी नियुक्त किया गया था. उन्होंने चार मैचों में जीतने में मदद की और हालांकि वह अपनी टीम को प्लेऑफ में नहीं ले जा सके.
इसके अलावा उन्होंने बल्लेबाजी करते समय गणनात्मक जोखिम उठाए और कई अवसरों पर अपनी टीम की मदद की. उन्होंने राष्ट्रीय कर्तव्यों के कारण विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी -20 टूर्नामेंट के कई मैचों में नहीं खेला. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के भारत दौरे में भी खेला और भारतीय चयनकर्ताओं के रडार में थे. बशर्ते कोहली समेत शीर्ष बल्लेबाजों में से कोई भी इनकार कर दिया जाए.
4. मयंक अग्रवाल:

मयंक अग्रवाल ने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए अपना ट्रेड को बढ़ाया है लेकिन आईपीएल खेल के साथ ज्यादा प्रभाव नहीं डाल सका बल्लेबाजी क्रम में दाहिने हाथ के इस बल्लेबाज ने संघर्ष करते हुए 11 मैचों में मात्र 120 रन ही बना सका है हालांकि घरेलू सर्किट में उनका फॉर्म अच्छा रहा है उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी 20 ट्रॉफी में कर्नाटक के लिए खेला है.
इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने वनडे टूर्नामेंट में आठ मैचों में 140 रनों के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ कुल 723 रन बनाए है जिसमें इसका औसत 90.37 का रहा है वह इस पूरे मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे जिससे इनके पास भारत की टीम के लिए अच्छी शुरुआत करने की क्षमता है.
5. ऋषभ पंत:

ऋषभ पंत आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेले है और उच्चतम रन स्कोरर के श्रेणी में अपने 15 मैचों में 684 रन के साथ दूसरे नंबर पर रहे. उनका बल्लेबाजी औसत 52.61 के साथ ही स्ट्राइक रेट 173.60 का रहा उन्होंने आईपीएल में एक शतक भी बनाया है वह भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फिरोज शाह कोटला मैदान में इससे पहले भी इनका घरेलू सर्किट में उत्कृष्ठ खेल रहा है.
सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में 10 मुकाबले में इन्होंने 411 रन बनाए है जिसमे इस टूर्नामेंट में यह संयुक्त उच्चतम स्कोरर रहे है बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 24 छक्के के साथ 116 रन नाबाद बनाये बंगाल के खिलाफ जिससे इन्होंने सुर्खियों बटोरी थी हालांकि निदहास ट्रॉफी में एक प्रदर्शन अच्छा नही रहा था लेकिन अपने वर्तमान असरदार प्रदर्शन के अनुसार पंत एक और मैके के हकदार तो है.