स्कॉटलैंड के 83 साल के पूर्व क्रिकेटर का हौसला देख शर्मा जाएंगे युवा प्लेयर्स, ऑक्सीजन सिलेंडर बांधकर की विकेटकीपिंग की
एलेक्स स्टील साल 2020 से इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (सांस लेने संबंधी बीमारी) से ग्रसित है।
अद्यतन - अगस्त 8, 2023 11:42 पूर्वाह्न
स्कॉटलैंड के पूर्व क्रिकेटर एलेक्स स्टील साल 2020 से इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस (सांस लेने संबंधी बीमारी) से ग्रसित है। डॉक्टरों ने स्टील के परिवार से कहा कि पूर्व क्रिकेटर लंबे समय तक जीवित नहीं रह पाएंगे, लेकिन 83-वर्षीय ने अपना हौसला नहीं खोया, और अब तीन साल बाद क्रिकेट के मैदान में उतरकर सभी को हैरान कर दिया।
दरअसल, स्कॉटलैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज अपनी पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर बांधकर अपने क्लब के लिए विकेटकीपिंग करते हुए नजर आए, जिसके वीडियो ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। एलेक्स स्टील को पीठ पर ऑक्सीजन सिलेंडर बांधकर क्रिकेट खेलते हुए देख पूरी क्रिकेट बिरादरी चकित रह गई, क्योंकि क्रिकेट इतिहास में ऐसी घटना पहले कभी नहीं देखी गई थी।
एलेक्स स्टील ने स्कॉटलैंड के लिए 8 मैच खेले
आपको बता दें, एलेक्स स्टील ने साल 1967 में स्कॉटलैंड के लिए डेब्यू किया था, और 8 मैचों में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था। क्रिकेट के मैदान में अपने सीमित समय में स्टील ने 14 फर्स्ट क्लास मैचों में 24.84 की औसत से 621 रन बनाए। स्कॉटलैंड के पूर्व क्रिकेटर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो अर्धशतक लगाए और दोनों अर्धशतक उन्होंने अपने पड़ोसी देश आयरलैंड के खिलाफ लगाए।
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्टील का सर्वोच्च स्कोर 97 रन है, वहीं स्टंप के पीछे उनके नाम 11 कैच हैं और दो स्टंपिंग भी हैं। इस बीच, कई स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद, एलेक्स स्टील ने क्रिकेट के मैदान में वापसी कर अपने साहस का परिचय दिया, और वह क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहते हैं। पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि वह उन खिलाड़ियों में से नहीं हैं, जो चोट लगने के बाद बहुत आसानी से हार मान लेते हैं।
मैंने कभी हार नहीं मानी: एलेक्स स्टील
एलेक्स स्टील ने अपने वीडियो के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने के बाद द टाइम्स के हवाले से कहा: “यह काफी धीमा क्रिकेट था, लेकिन बिल्कुल अद्भुत था। मैं यह कहते हुए बेहद रोमांचित हूं कि मैं पूरे 30 ओवर तक स्टंप्स के पीछे खड़ा रहा। मेरा मानना है कि बीमारी के प्रति आपका अपना दृष्टिकोण सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है। मैं ऐसे लोगों को जानता हूं जिनके साथ जब कुछ बुरा होता है तो वे हार मान लेते हैं और अपने लिए खेद महसूस करते हैं। मेरे साथ ऐसा नहीं है।”