विराट कोहली के सामने सबसे बड़ा सवाल, माथापच्ची में उलझे भारतीय कप्तान
अद्यतन - जनवरी 1, 2019 11:41 अपराह्न
जीतने वाली टीम में कोई परिवर्तन नहीं करना चाहता है। कोई इस टीम को भाग्यशाली मानने लगता है तो कोई इसे आत्मविश्वास से भरी टीम मानते हुए परिवर्तन करने से इनकार कर देता है। अक्सर क्रिकेट के कप्तान इसी राह पर चलते हैं।
मेलबर्न में भारतीय टीम ने ऐतिहासिक जीत हासिल कर 2-1 की बढ़त ले ली है। इस टीम से अचानक एक खिलाड़ी को अपना नाम वापस लेना पड़ा। रोहित शर्मा ने इस टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उनके घर बेटी में जन्म लिया और वे स्वदेश लौट गए। परिवार में ऐसे कुछ क्षण आते हैं जब साथ होना अच्छा लगता है। वैसे भी क्रिकेटर साल भर सूटकेस को ही अपना घर मानते हैं। विराट इस खुशी भरे क्षण में परिवार के साथ होना चाहते हैं और विराट ने उन्हें सहर्ष इजाजत दे दी।
अब सवाल यह खड़ा हुआ है कि रोहित की जगह कौन लेगा? विराट के सामने यह सवाल मुंह फाड़े खड़ा हुआ है और इसका जवाब वे ढूंढ रहे हैं। दिमाग पर जोर लगा रहे हैं। रोहित बल्लेबाज हैं। उनकी जगह गेंदबाज लिया जाए या बल्लेबाज? इसका ही जवाब विराट को ढूंढना है। उनके सामने तीन विकल्प हैं।
पहला विकल्प
इसका आसान हल है कि हार्दिक पंड्या को ले लो। वे ऑलराउंडर हैं। गेंदबाजी भी कर लेंगे और बल्लेबाजी भी। लेकिन दोनों ही विभागों में उनका प्रदर्शन औसत है और वे काम भी आ सकते हैं और नहीं भी। वैसे वे विराट के विश्वसनीय है, लेकिन चोट के बाद उन्हें टीम में लेना जोखिम भरा हो सकता है। अक्सर लंबे समय बाद वापसी करने वाले खिलाड़ी का आत्मविश्वास कम होता है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरिज जीतने की दहलीज पर खड़ी भारतीय टीम में उन्हें शामिल करना एक बड़ा जुआ है।
दूसरा विकल्प
तीसरा टेस्ट मैच सिडनी में खेला जाएगा। जो कि स्पिनर्स के लिए आदर्श पिच है। पहले भी कई बार देखा जा चुका है कि वहां पर स्पिनर्स ने कमाल का प्रदर्शन कर टीम को विजय दिलाई है। रवीन्द्र जडेजा की पहले से ही टीम में शामिल हैं। रोहित की जगह अश्विन को शामिल किया जा सकता है। ऐसे में स्पिन विभाग मजबूत हो जाएगी, लेकिन एक बल्लेबाज कम हो जाएगा।
तीसरा विकल्प
तीसरा विकल्प यह है कि रोहित की जगह हार्दिक पंड्या और जडेजा की जगह आर अश्विन को कर लिया जाए। रोहित की बल्लेबाजी की थोड़ी भरपाई पंड्या कर लेंगे और जडेजा की जगह उनसे बेहतर स्पिनर टीम में शामिल हो जाएंगे। हालांकि इसमें जडेजा को बेवजह बलिदान देना होगा।