पाकिस्तानी टीम ने मैदान पर गाड़ा अपना झंडा, मच गया बवाल
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच यह सीरीज 19 नवंबर से शुरू होगी।
अद्यतन - नवम्बर 18, 2021 8:26 अपराह्न
पाकिस्तान 19 नवंबर को मेजबान टीम के खिलाफ बांग्लादेश में अपनी तीन मैचों की टी-20 सीरीज शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। सीरीज से पहले, एक नए विवाद ने उन्हें मैदान से बाहर कर दिया और यह तब सामने आया जब पाकिस्तानी टीम अभ्यास कर रही थी और इस दौरान उन्होंने मीरपुर में अपना राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मेजबान देश ने इस कदम की बिल्कुल भी सराहना नहीं की और उनके राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि मेहमानों को उनके झंडे के साथ वापस भेजा जाना चाहिए।
विवाद तब शुरू हुआ जब बांग्लादेश के लोगों ने अपनी धरती पर पाकिस्तान के झंडे को एक राजनीतिक संदेश के रूप में देखा, वो अपनी स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मना रहे थे। हालांकि, मेहमान देश के मीडिया मैनेजर ने कहा कि यह प्रथा उनके लिए नई नहीं है और वो सकलैन मुश्ताक के जमाने से ही ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलु सीरीज और टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान भी झंडे का इस्तेमाल किया गया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान के मीडिया मैनेजर ने कहा कि, “यह हमारे लिए कोई नई बात नहीं है। सकलैन मुश्ताक के टीम में शामिल होने के बाद से यह उनके कोचिंग दर्शन का हिस्सा है। उन्हें लगता है कि झंडा लगाने से यह खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करता है।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबर आजम ने क्या कहा ?
हालांकि, इस मामले को तूल पकड़ते हए देख पीसीबी भी खड़ा हो गया और कहा कि उनका ये अभ्यास काफी पुराना है। उसी प्रकाश में, पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने भी कहा कि उन्हें बांग्लादेश के लोगों से भारी समर्थन मिला है। कप्तान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे वह हर कदम पर नई चीजें सीखते हुए हमेशा पूर्णता की तलाश में रहते हैं।
बाबर आजम ने कहा कि, “वो न केवल अपनी टीम का समर्थन करते हैं बल्कि वो हमें भी खुश करते हैं। हम जब भी ट्रेनिंग के लिए बाहर जाते हैं तो लोग बस में हमें देखकर हमारा उत्साह बढ़ाते हैं। इसलिए यह अच्छा है कि हमारी टी-20 सीरीज के लिए 50 प्रतिशत दर्शकों को अनुमति दी गई है। मैं दिन-ब-दिन परफेक्शन की तलाश में रहता हूं क्योंकि हर मैच के बाद आपको कुछ नया सीखने को मिलता है।”