जिस खिलाड़ी ने टीम इंडिया से छीनी जीत, उसी की तारीफ में कसीदे गढ़ रहे हैं रवि शास्त्री
सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने के लिए कीगन पीटरसन को मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड मिला।
अद्यतन - जनवरी 15, 2022 6:43 अपराह्न
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री भारत के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज में कीगन पीटरसन की बल्लेबाजी से काफी प्रभावित हुए हैं। 28 वर्षीय पीटरसन ने सीरीज में आने से पहले सिर्फ दो टेस्ट खेले थे और उनके पास टेस्ट क्रिकेट का अधिक अनुभव नहीं था। हालांकि, उन्होंने मजबूत भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ काफी संयम दिखाया और शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया।
न्यूलैंड्स में सीरीज के निर्णायक मुकाबले में, दक्षिण अफ्रीका परेशानी की स्थिति में था टेस्ट मैच के चौथे दिन उन्हें 111 रनों की जरुरत थी और उनके पास कोई इन फॉर्म बल्लेबाज नहीं था। तब पीटरसन ने 113 गेंदों में 82 रन बनाकर टीम को जीत की दहलीज तक ले गए। उन्हें पहली पारी में भी शानदार 72 रन बनाए थे। इसके साथ ही पूरे सीरीज में वह 276 रन बनाकर सर्वोच्च रन स्कोरर रहे।
कीगन पीटरसन की बल्लेबाजी से सबसे ज्यादा रवि शास्त्री प्रभावित हुए। भारत के पूर्व मुख्य कोच ने कीगन पीटरसन की तारीफ करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका का यह बल्लेबाज उन्हें गुंडप्पा विश्वनाथ की याद दिलाता है। ट्वीट करते हुए शास्त्री ने लिखा कि, “कीगन पीटरसन। एक दिन दुनिया का महान खिलाड़ी बनेगा। ये मेरे बचपन के हीरो गुंडप्पा विश्वनाथ की याद दिलाता है।”
यहां देखिए रवि शास्त्री का वह ट्वीट
Keegan Peterson (KP). Excellent initials (@KP24). A great world player in the making. My childhood hero Gundappa Vishwanath comes to mind #SAvIND pic.twitter.com/6T9SuzN6St
— Ravi Shastri (@RaviShastriOfc) January 14, 2022
अपने दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में रहे विश्वनाथ ने भारत के लिए 91 टेस्ट और 25 वनडे मैच खेले हैं। शास्त्री ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन के संदर्भ में यह भी कहा कि ‘केपी’ (कीगन पीटरसन) अच्छा ‘इनिशियल’ है। गुंडप्पा विश्वनाथ ने भारत के लिए खेलते हुए 91 टेस्ट मैचों में 43 की औसत से 6080 रन बनाए। वहीं वनडे में 25 मैचों में उनके नाम 439 रन हैं।
तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया पहली पारी के बाद 13 रन से आगे थी, मगर मेजबान टीम ने शानदार वापसी करते हुए चार दिन में ही मैच अपने नाम किया और 2-1 से सीरीज पर भी कब्ज़ा जमा लिया। भारतीय टीम पिछले 30 सालों में दक्षिण अफ्रीका में एक कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है।