क्रिकेट खेलने का सपना हुआ पूरा तो सालों बाद अपने परिवार से मिले कार्तिकेय, मां को देखकर हुए इमोशनल!
कुमार कार्तिकेय ने आईपीएल 2022 के दौरान बताया था कि वो लंबे समय से अपने परिवार से नहीं मिले हैं।
अद्यतन - अगस्त 3, 2022 2:36 अपराह्न
आईपीएल की सबसे सफल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के पास एक शानदार स्काउट सिस्टम है और इसने कई विशेष प्रतिभाओं को जन्म दिया है जो भारतीय टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। हार्दिक पांड्या से लेकर जसप्रीत बुमराह तक वर्तमान में, मुंबई इंडियंस ने और भी कई खिलाड़ियों को पहचान बनाने का मौका दिया है। ऐसी ही एक प्रतिभा पिछले आईपीएल संस्करण में सामने आई, जब कुमार कार्तिकेय एक रिप्लेसमेंट के रूप में टीम में आए और अपनी स्पिन गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया था।
कार्तिकेय हाल ही में मुंबई इंडियंस की अनकैप्ड टीम का हिस्सा थे, जिसने मुख्य कोच महेला जयवर्धने की निगरानी में जुलाई में तीन सप्ताह के लिए इंग्लैंड का दौरा किया था। तिलक वर्मा, रमनदीप सिंह, और ऋतिक शौकीन ये सभी खिलाड़ी टीम का हिस्सा थे।
कार्तिकेय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक खास पोस्ट शेयर की है जिसे फैन्स खूब पसंद कर रहे हैं। दरसअल कार्तिकेय का 9 साल और 3 महीने के बाद अपनी मां से मिले हैं। उन्होंने अपनी मां के साथ तस्वीर शेयर कर इस बारे में जानकारी दी और कैप्शन में लिखा कि, ‘अपने परिवार और मां से मिला 9 साल 3 महीने बाद. अपनी भावनाओं को मैं व्यक्त नहीं कर पा रहा हूं।”
यहां देखिए कुमार कार्तिकेय का वो पोस्ट
Met my family and mumma ❤️ after 9 years 3 months . Unable to express my feelings 🤐#MumbaiIndians #IPL2022 pic.twitter.com/OX4bnuXlcw
— Kartikeya Singh (@Imkartikeya26) August 3, 2022
आईपीएल के दौरान कुमार कार्तिकेय को लेकर कई तरह के बातें सामने आई थी। 15 साल की उम्र में कार्तिकेय घर छोड़कर चले गए थे और उन्हें अपना सपना पूरा करने के लिए एक कारखाने तक में काम करना पड़ा था। उन्होंने पूरे एक साल तक दोपहर का खाना नहीं खाया था और वो 10 रूपए की बिस्किट खाकर पूरा दिन गुजारते थे। हालांकि इसी कड़ी मेहनत का फल कार्तिकेय को 2018 में मिला जब उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।
मध्यप्रदेश से खेलने के बाद उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका मिला। कार्तिकेय सिंह ने अपने इंटरव्यू में ये भी बताया था कि जब वो घर छोड़कर दिल्ली जा रहे थे तो अपने पिता से वादा किया था कि वो अपने दम पर जब तक क्रिकेटर नहीं बनेंगे तब तक वो अपने घर नहीं लौटेंगे।