जयदेव उनादकट को घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने का मिला इनाम; टेस्ट क्रिकेट में करने जा रहे हैं वापसी
जयदेव उनादकट बांग्लादेश दौरे पर इतिहास रच सकते हैं।
अद्यतन - दिसम्बर 10, 2022 11:05 पूर्वाह्न
भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे बाएं-हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट जल्द ही राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए नजर आ सकते हैं। दरअसल, उनादकट को घरेलू क्रिकेट में गेंद के साथ लगातार शानदार प्रदर्शन करने का इनाम मिल गया है, क्योंकि तेज गेंदबाज जल्द बांग्लादेश के लिए रवाना होने वाले हैं।
क्रिकबज और ईएसपीएनक्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार, जयदेव उनादकट को बांग्लादेश के खिलाफ आगामी दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया गया है। सौराष्ट्र को हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी 2022 जीताने वाले उनादकट को मोहम्मद शमी के प्रतिस्थापन के रूप में भारत के टेस्ट स्क्वॉड में शामिल किया गया है, क्योंकि सीनियर तेज गेंदबाज अपने दाहिने कंधे के तनाव के कारण आगामी सीरीज से बाहर हो गए हैं।
12 वर्षों बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं जयदेव उनादकट
हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) या भारतीय टीम प्रबंधन ने आधिकारिक तौर पर मोहम्मद शमी के बांग्लादेश के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से बाहर होने और उनादकट को टीम इंडिया में शामिल करने को लेकर अब तक कोई घोषणा नहीं की है। इस बीच, खबरों के अनुसार, जयदेव उनादकट वर्तमान में राजकोट में हैं, और अपने वीजा के क्लियर होने का इंतजार कर रहे हैं, और अगले कुछ दिनों में बांग्लादेश (चटगांव) में भारत के टेस्ट स्क्वॉड के साथ जुड़ सकते हैं।
वहीं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्रों ने क्रिकबज के हवाले से खुलासा किया है कि अनुभवी तेज गेंदबाज उनादकट को उनके हालिया फॉर्म को देखते हुए चुना गया है। वह हाल ही में समाप्त हुई विजय हजारे ट्रॉफी 2022 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, जहां उन्होंने 10 मैचों में 19 विकेट लिए थे।
आपको बता दें, अगर उनादकट को बांग्लादेश दौरे पर दोनों में से किसी एक टेस्ट में भी खेलने का मौका मिलता है, तो वह 12 साल बाद टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए नजर आएंगे, जो एक रिकॉर्ड होगा किसी भारतीय क्रिकेटर द्वारा खेले जाने वाले दो टेस्ट मैचों के बीच सर्वाधिक अंतराल का, जो वर्तमान में पार्थिव पटेल के पास है। 31-वर्षीय उनादकट ने अपना एकमात्र टेस्ट मैच साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेला था। जिसके बाद से उन्होंने भारत के लिए 7 वनडे और 10 T20I मैच खेले हैं, लेकिन उन्हें दोबारा टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिल पाया।