Asia Cup 2025: पाकिस्तान को होता 132 करोड़ का घाटा, पीसीबी के पूर्व प्रमुख का बड़ा दावा
सेठी ने खुलासा किया कि पीसीबी के चेयरमैन और एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष मोहसिन नकवी, भारत-पाकिस्तान ग्रुप मैच के दौरान हाथ मिलाने के विवाद से नाराज थे।
अद्यतन - Sep 20, 2025 11:58 am

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष नजम सेठी ने हाल ही में खुलासा किया कि पाकिस्तान, एशिया कप 2025 में यूएई के खिलाफ मैच को बायकाट करने के कगार पर था। ऐसा करने से बोर्ड को भारी नुकसान और 132 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ता।
सेठी ने खुलासा किया कि पीसीबी के चेयरमैन और एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष मोहसिन नकवी, भारत-पाकिस्तान ग्रुप मैच के दौरान हाथ मिलाने के विवाद से नाराज होकर, पाकिस्तान को टूर्नामेंट से बाहर निकालने की धमकी दे रहे थे।
समा टीवी पर सेठी ने कहा, “उस समय मोहसिन नकवी ने एशिया कप से हटने का फैसला कर लिया था। मेरे दोस्तों ने मुझसे कहा, ‘मत जाओ, उनकी मदद मत करो।’ मैं नकवी की मदद करने की भी नहीं सोच रहा था। मैं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की मदद के लिए गया था।”
15 मिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता था: नजम सेठी
उन्होंने आगे कहा, “अगर वह ऐसा करने में कामयाब हो जाता, तो पाकिस्तान को बहुत नुकसान होता। एशियन क्रिकेट काउंसिल हमें सजा दे सकती थी, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल हमें दंडित कर सकती थी, विदेशी खिलाड़ी पीएसएल में खेलने से मना कर सकते थे और हमें एसीसी ब्रॉडकास्टिंग राइट्स के 15 मिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता था।”
यह विवाद तब शुरू हुआ जब दुबई में जीत के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान की टीम के साथ हाथ मिलाने से मना कर दिया था। पीसीबी ने इसे अपमानजनक माना और मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट से शिकायत की तथा उसे पद से हटाने की मांग की।
आईसीसी ने यह मांग खारिज कर दी और पाइक्रॉफ्ट का समर्थन किया। आईसीसी ने स्पष्ट किया कि पाइक्रॉफ्ट ने तो सिर्फ मैच के बाद के प्रोटोकॉल के बारे में एसीसी वेन्यू मैनेजर का संदेश दिया था।
मामला तब और बढ़ गया जब पीसीबी ने एक बयान जारी कर कहा कि पाइक्रॉफ्ट ने माफी मांग ली है, जिसे बाद में आईसीसी ने गलत बताया। आईसीसी ने कहा कि पाइक्रॉफ्ट ने सिर्फ गलतफहमी पर अफसोस जताया था।
खास बात यह है कि पीसीबी ने प्लेयर्स एंड मैच ऑफिशियल्स एरिया में पाइक्रॉफ्ट और टीम अधिकारियों के बीच हुई प्राइवेट मीटिंग की वीडियो भी बना ली। पीएमओए एक प्रतिबंधित क्षेत्र है, जहां कैमरा ले जाना मना है। आईसीसी ने इसे प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन बताया।