रमीज राजा ने साजिश के तहत रावलपिंडी में बनवाई थी इतनी सपाट पिच! - क्रिकट्रैकर हिंदी

रमीज राजा ने साजिश के तहत रावलपिंडी में बनवाई थी इतनी सपाट पिच!

राजा ने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में खेले गए रावलपिंडी टेस्ट पर अपनी टिप्पणी की।

Ramiz Raja. (Photo Source: Twitter)
Ramiz Raja. (Photo Source: Twitter)

रावलपिंडी में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ। जिस पिच पर गेंदबाजों के लिए कोई मदद नहीं थी, उस पिच की क्रिकेट बिरादरी में कई दिग्गजों ने कड़ी आलोचना की। पूरी दुनिया से आलोचना सुनने के बाद अब रमीज राज ने भी रावलपिंडी की पिच को लेकर बयान दिया है। राजा का मानना ​​​​है कि ड्रॉ टेस्ट मैच खेल के सबसे लंबे प्रारूप के लिए अच्छा नतीजा नहीं है।

उन्होंने आगे कहा कि पीसीबी ने पहले ही पाकिस्तान में लगभग 50-60 पिचों को फिर से बनाने की अपनी योजना को चाक-चौबंद कर दिया है ताकि उनमें और जान आ जाए और टेस्ट मैच का परिणाम भी सामने आए। उन्होंने यह भी कहा कि वह इसे लागू नहीं कर सके, जब उनका कार्यकाल पिछले साल सितंबर में शुरू हुआ था, क्योंकि उस समय पाकिस्तान का क्रिकेट सीजन पूरे जोर-शोर से शुरू हो चुका था।

टेस्ट मैच के ड्रॉ नतीजे से खुश नहीं है रमीज राजा

रमीज राजा ने पीसीबी की ओर से इंस्टाग्राम पर जारी एक वीडियो में कहा कि, “ड्रॉ टेस्ट मैच टेस्ट क्रिकेट के लिए कभी भी अच्छी बात नहीं होती है। मैं भी इसे अच्छी तरह से समझता हूं क्योंकि पांच दिन में रिजल्ट आ जाना चाहिए। 90 प्रतिशत मैचों में रिजल्ट मिल जाता है। लेकिन ​मैं दो तीन चीजों को लेकर अपनी बात रखना चाहूंगा। जब मैं पीसीबी में आया था तो उस समय सबसे ज्यादा बात यह की गई थी कि पाकिस्तान की पिचें अच्छी होनी चाहिए।

मैं सितंबर में आया था और उस समय तक सीजन शुरू हो चुका था। एक पिच को तैयार करने में पांच से छह महीने का समय लगते हैं। सीजन खत्म होने के बाद हम इस पर काम करेंगे। ऑस्ट्रेलिया से मिट्टी लाई जा रही है। मार्च अप्रैल में सीजन खत्म होने के बाद पूरे पाकिस्तान में 50 से 60 पिचों का फिर से मुआयना किया जाएगा।”

पीसीबी प्रमुख ने कहा, “फैंस को जो निराशा हाथ लगी है, मैं उसे समझ सकता हूं। अगर पहले टेस्ट का परिणाम आ जाता तो अच्छा होता। लेकिन यह तीन मैचों की टेस्ट सीरीज है और मुझे लगता है कि अभी बहुत क्रिकेट बाकी है। हम सिर्फ एक तेज और बाउंस पिच बनाकर ऑस्ट्रेलिया की गोद में खेलना नहीं चाहते हैं। यह जरूरी है जब हम घर में खेलें तो अपनी ताकत के हिसाब से खेलें।”

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