घरेलू सीजन में मुंबई के प्रदर्शन से खफा हैं रवि शास्त्री, कहा- चीजों को हल्के में लेते हैं वहां के खिलाड़ी - क्रिकट्रैकर हिंदी

घरेलू सीजन में मुंबई के प्रदर्शन से खफा हैं रवि शास्त्री, कहा- चीजों को हल्के में लेते हैं वहां के खिलाड़ी

मुंबई टीम इस घरेलू सीजन विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट के लीग स्टेज से ही बाहर हो गई थी।

Ravi Shastri. (Photo by Adam Davy/PA Images via Getty Images
Ravi Shastri. (Photo by Adam Davy/PA Images via Getty Images

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच रवि शास्त्री ने विजय हजारे टूर्नामेंट में मुंबई टीम के निराशाजनक प्रदर्शन की आलोचना की है। बता दें कि मुंबई टीम इस घरेलू सीजन विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट के लीग स्टेज से ही बाहर हो गई थी। इसको लेकर शास्त्री ने हाल ही में घरेलू सर्किट में भी मुंबई के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त की।

उन्होंने इस बात का उदाहरण भी दिया कि कैसे हिमाचल प्रदेश 50 ओवर के घरेलू टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा और कैसे पांडिचेरी ने मुंबई को एक मैच में हराया। इस प्रकार, 59 वर्षीय शास्त्री ने अपनी पूर्व टीम की हालिया विफलताओं पर सवाल उठाया।

घरेलू क्रिकेट में मुंबई की प्रदर्शन को लेकर रवि शास्त्री ने जताई नाराजगी

मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान इस बारे में बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि, “जब मैं ऐसा स्कोरकार्ड देखता हूं जहां पांडिचेरी ने मुंबई को हरा दिया हो, ऐसा नहीं है कि वो साधारण टीम है, कोई भी टीम किसी भी दिन हार सकती है लेकिन इससे आपको पता चलता है कि कहीं पर कोई समस्या है। जब हिमांचल प्रदेश जैसी टीम बिना किसी बड़े खिलाड़ी के फाइनल जीत जाती रहै और मुंबई उस स्टेज तक भी नहीं पहुंच पाती है और जब काफी समय हो जाए तो आपको सवाल पूछने पड़ते हैं।”

शास्त्री ने आगे कहा कि, “मुझे लगता है कि मुंबई के लिए खेलने वाले कई खिलाड़ी चीजों को हल्के में लेते हैं। उन्हें लगता है कि अगर उनके पास मुंबई का स्टैंप है तो वो जीत जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं होता। आपको जाकर खेल का सम्मान करना होगा। कार्य नैतिकता का सम्मान करें, सम्मान करें कि आप कहां से आए हैं, और फिर बाहर जाकर एक टीम के रूप में खेलें, वह है मुंबई क्रिकेट टीम।”

अंत में पूर्व भारतीय हेड कोच ने ये भी कहा कि, “मैं भले ही टीम इंडिया का कोच रहा हूं और दुनिया घूमता रहा हूं या जब मैं टीवी पर काम करता था तब भी मैं मुंबई क्रिकेट पर नजर बनाए रखता था क्योंकि मैं मुंबई का खिलाड़ी हूं जिसे जीतना पसंद है। वो निष्पक्ष खेलता है, जो कड़ी मेहनत करता है लेकिन जीत के लिए खेलता है।”

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