एरोन फिंच ने बताया, स्टीव स्मिथ या डेविड वॉर्नर में से किसे होना चाहिए ऑस्ट्रेलिया का अगला वनडे
वॉर्नर कमाल के खिलाड़ी के साथ-साथ बेहतरीन कप्तान भी हैं: एरोन फिंच
अद्यतन - सितम्बर 10, 2022 6:51 अपराह्न
एरोन फिंच ने वनडे प्रारूप से संन्यास की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी अपने विचार रखे हैं कि उनकी जगह अब किस खिलाड़ी को टीम का कप्तान नियुक्त किया जा सकता है। बता दें, गेंद के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के ऊपर कप्तानी का बैन लगाया गया था। जहां एक तरफ स्मिथ के ऊपर से यह बैन पूरी तरह से हट चुका है वहीं दूसरी ओर डेविड वॉर्नर के ऊपर यह बैन जिंदगी भर के लिए लगा था।
लेकिन अब जब फिंच ने संन्यास की घोषणा कर दी है तो बोर्ड को भी जल्द से जल्द किसी अनुभवी खिलाड़ी को टीम का कप्तान नियुक्त करना होगा। बता दें, टेस्ट टीम की कप्तानी पैट कमिंस कर रहे हैं लेकिन अब लिमिटेड ओवर्स की कप्तानी किसको मिलती है यह काफी बड़ा सवाल होगा।
जब पैट कमिंस को टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वो लिमिटेड ओवर्स में टीम की कप्तानी नहीं करना चाहते। फिंच के मुताबिक कमिंस इस भूमिका को निभाने के लिए सक्षम है लेकिन 2018 से ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ने 65 में से 28 वनडे मुकाबले में हिस्सा नहीं लिया है।
ऑस्ट्रेलिया के अगले कप्तान बनने की सूची काफी बड़ी है और इसमें तमाम खिलाड़ियों का नाम शामिल हो रहा है। एलेक्स केरी, मिचेल मार्श और एडम ज़म्पा इन में से किसी एक को अगला कप्तान नियुक्त किया जा सकता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) को जल्द से जल्द इस पर फैसला लेना होगा।
एरोन फिंच का मानना स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर भी बन सकते हैं वनडे के कप्तान
इस वक्त स्टीव स्मिथ टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने सभी प्रारूपों में टीम की कप्तानी की है और वो खुद ही दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। स्टीव स्मिथ को लेकर एरोन फिंच ने कहा कि, ‘मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई परेशानी होगी। जब पैट कमिंस कोविड की वजह से एडिलेड टेस्ट मुकाबले में नहीं खेले थे तो उनकी जगह स्मिथ ने ही टीम की कप्तानी की थी। मुझे लगता है स्मिथ ने जो भी गलती की थी उसे भुलाकर एक नई शुरुआत करनी चाहिए।’
वहीं डेविड वॉर्नर को लेकर फिंच ने कहा कि, ‘वॉर्नर के ऊपर जब लाइफटाइम बैन नहीं लगा था तब मैंने उनकी कप्तानी में कुछ मुकाबले खेले हैं। वो कमाल के खिलाड़ी के साथ-साथ बेहतरीन कप्तान भी हैं। उनकी कप्तानी और उनकी सोच का कोई जवाब नहीं है। जिन खिलाड़ियों ने भी उनकी कप्तानी में खेला है आप उनसे जाकर पूछ सकते हैं कि वो कितने बेहतरीन शख्स हैं। क्या ऐसा हो सकता है कि उनके ऊपर से यह बैन हट जाए?
वो युवा खिलाड़ियों की काफी मदद कर सकते हैं और युवा खिलाड़ी भी उनसे काफी कुछ सीख सकते हैं। मैं चाहता हूं कि वो टीम के कप्तान नियुक्त किए जाए, बाकी बोर्ड जो फैसला करेगा हम सब उससे सहमत होंगे।’