सूर्यकुमार यादव के हालिया वीडियो पर अब आकाश चोपड़ा का रिएक्शन आया सामने
वनडे फॉर्मेट में सूर्यकुमार यादव के आंकड़े हैं बेहद ही खराब।
अद्यतन - अगस्त 10, 2023 11:40 पूर्वाह्न
टीम इंडिया के 360 डिग्री बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने मंगलवार (8 अगस्त) को गुयाना में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए तीसरे टी20 मैच में 44 गेंदों में 83 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इस मैच के बाद रिपोर्टर से बात करते हुए सूर्या ने अपने वनडे आंकड़े को लेकर बात की।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में SKY ने इस बात को स्वीकार किया कि वनडे में उनका रिकॉर्ड अलग है और उन्हें इस प्रारूप में अपने खेल में सुधार करने की जरूरत है। इसी बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो में सूर्यकुमार यादव को लेकर बात की। चोपड़ा ने बताया कि सूर्या ने जिस तरह से अपने आंकड़े को लेकर बात की वो काफी अच्छा और वो सही दिशा में अपना कदम बढ़ा रहे हैं।
चोपड़ा ने कहा कि, “सूर्य भाऊ ने स्पष्ट रूप से, ईमानदारी से और खुले तौर पर स्वीकार किया है कि उनका वनडे रिकॉर्ड वास्तव में खराब है, इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है, छिपाने के लिए भी कुछ भी नहीं है। वह पहले से ही जानते हैं कि आप (रिपोर्टर) क्या कह रहे हैं। सुधार की ओर स्वीकृति सबसे पहला कदम है।”
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने यह भी बताया कि SKY पहले खिलाड़ी नहीं हैं जिन्हें फॉर्मेट बदलने में दिक्कत हुई है। सूर्या ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ ने उनसे कहा है कि उन्हें प्रारूप को थोड़ा और समझना होगा। वह अकेले नहीं हैं और वह पहले खिलाड़ी भी नहीं हैं जिन्हें फॉर्मेट बदलने के साथ रन बनाने में दिक्कत हुई है।
सूर्यकुमार यादव को वनडे क्रिकेट की नब्ज पकड़ने की जरूरत है- आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा को लगता है कि सूर्यकुमार यादव को वनडे क्रिकेट की नब्ज पकड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा “समस्या कहां पैदा होती है? हर प्रारूप की अपनी नब्ज होती है। आपको उस नब्ज को समझने की जरूरत है। सूर्यकुमार यादव जब भी टी20 क्रिकेट खेलते हैं तो उनकी गाड़ी बुलेट ट्रेन की गति से चलती है। वहां वो हर गेंद पर कुछ न कुछ करने की कोशिश करते हैं। डॉट बॉल के लिए कोई जगह नहीं है।”
पूर्व सलामी बल्लेबाज का मानना है कि वनडे फॉर्मेट में सूर्यकुमार को बहुत अधिक आक्रामक होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि, “जब वह एकदिवसीय क्रिकेट खेलते हैं, तो वह इसकी नब्ज को समझने में असमर्थ होते हैं, क्योंकि अगर आप हर गेंद को हिट करने की कोशिश करते हैं जो सही नहीं है। चोपड़ा ने बताया कि सूर्यकुमार को यह भी पता लगाने की जरूरत है कि वनडे क्रिकेट में गेंद को गैप में कैसे रखा जाए और सिंगल कैसे लिया जाए।