अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट और अजमतुल्लाह उमरजई पर ICC ने ठोका जुर्माना, इस नियम का किया उल्लंघन - क्रिकट्रैकर हिंदी

अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट और अजमतुल्लाह उमरजई पर ICC ने ठोका जुर्माना, इस नियम का किया उल्लंघन

बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में अफगानिस्तान को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।

Jonathan Trott Afghanistan Cricket Team (Photo Source: Twitter)
Jonathan Trott Afghanistan Cricket Team (Photo Source: Twitter)

अफगानिस्तान क्रिकेट टीम बांग्लादेश दौरे में दो मैचों की टी-20 सीरीज खेल रही थी। टी-20 सीरीज का दूसरा मैच 16 जुलाई को खेला गया, जिसमें मेजबान बांग्लादेश ने 6 विकेट से जीत हासिल की। बांग्लादेश दौरे के टेस्ट मैच में अफगानिस्तान को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था।

लेकिन वनडे सीरीज में वापसी करते हुए टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की। वहीं टीम को टी-20 सीरीज में 2-0 से हार का सामना करना पड़ा। बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच के बाद कोच जोनाथन ट्रॉट और ऑलराउंडर खिलाड़ी अजमतुल्लाह उमरजई पर आईसीसी ने बड़ा जुर्माना ठोक दिया है।

इस नियम के दोषी पाए गए ट्रॉट और उमरजई

बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी-20 के दौरान लेवल 1 कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने के लिए जोनाथन ट्रॉट और अजमतुल्लाह उमरजई पर मैच का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। आपको बता दें अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट और खिलाड़ी अजमतुल्लाह उमरजई पर दो अलग-अलग घटनाओं के लिए जुर्माना लगाया गया है।

सिलहट में खेला गया दूसरा टी-20 मैच बारिश से प्रभावित था। अफगानिस्तान जब पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो बारिश आ गई जिसके बाद खेल को 17 ओवर का कर दिया गया। ब्रेक के दौरान कोच जोनाथन ट्रॉट ने अंपायर के निरीक्षण के दौरान अपनी नाराजगी व्यक्त की जब उन्हें बताया गया कि खेल फिर से शुरू होने में देरी होगी।

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वहीं अजमतुल्लाह उमरजई को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट के ऑर्टिकल 2.5 का दोषी पाया गया है। बांग्लादेश के पारी के 15वें ओवर के दौरान उमरजई ने बांग्लादेशी बल्लेबाज तौहीद हृदोय का विकेट लिया और उन्हें करीब से विदाई दी। मैदान में उनकी इस हरकत के लिए आईसीसी ने उन पर जुर्माना ठोका।

जुर्माने के अलावा जोनाथन ट्रॉट और अजमतुल्लाह उमरजई को एक डिमेरिट पॉइंट मिला है, यह 24 महीने के दौरान उनका पहला अपराध था। दोनों ने ही मैच रेफरी नीयामुर राशिद की बात को स्वीकार कर लिया। और सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी है।

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