एलिस्टर कुक ने दोहरा शतक लगाकर तोड़ा 4 महान बल्लेबाजों का रिकॉर्ड
अद्यतन - दिसम्बर 29, 2017 12:09 अपराह्न
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और ओपनर बल्लेबाज एलिस्टर कुक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद दोहरा शतक जमाकर अपने शतकों का बनवास तोड़ दिया. और अपने कैरियर का 32वां शतक जमाया। उन्होंने 7 साल बाद यह शतक बनाया है. मेलबर्न में खेले जा रहे एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट मैंच में ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 327 रनों पर सीमट गयी….. इसके बाद बल्लेबाजी करने आये ओपनर बल्लेबाज कुक ने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर क्लास ली….. उन्होंने करीब साढे तीन घंटे तक लगातार बल्लेबाजी की….. और मैदान के चारों तरफ शॉट लगाये.
एलिस्टर कुक लगातार संघर्ष कर रहे थे. लेकिन मेलबर्न ग्राउंड के लिये कैरियर के लिये भाग्यशाली साबित हुआ। उन्होंने न केवल दोहरा शतक जमाया, बल्कि चार बड़े बल्लेबाजों को भी पछाड़ दिया. उन्हांने कई रिकॉर्ड को तोड़ते हुयेग सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 6वें बल्लेबाजी बन गये. टेस्ट में एलिस्टर कुक से आगे संगकारा, राहुल द्रविड़, जैक कालिस, रिकी पॉटिंग, सचित तेंदुलकर हैं. जबकि उन्होंने जयबर्धने, चंद्रपॉल औल और ब्रायन लारा को पीछे छोड़ दिया.
कुक की यह पारी इस साल का सबसे बड़ी पारियों में से एक है। इस साल किसी ने इतनी बड़ी पारी नहीं खेली है. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस साल 243 रन बनाया था. लेकिन कुक ने उन्हे भी पछाड़ दिया. अभी वे नाबाद है, और शुक्रवार को वे कितना और रन अपने खाते में जोड़ पायेंगे यह भी देखना दिलचस्प होंगा. अगर वे नाबाद लौटते हैं तो उनका नाम इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में दर्ज हो जायेगा….. इससे पहले ग्लेन टर्नर का नाम दर्ज था…… जिन्होंने 1972 में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 223 रन बनाया था.
एलेस्टेर कुक लगातार रनों के लिये जूझ रहे थे। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही थी. जिसके कारण उनके कैरियर पर संकट के बादल भी छाने लगे थे. कुक के रनों का ऐसा सुखा पड़ा था कि वे 7 साल में एक भी शतक नहीं लगा पाये थे. लगातार असफता के कारण उन्हें टीम से बाहर भी होना पड़ सकता था. लेकिन मेलबर्न का ग्राउंड कुक के लिये भाग्य बदलने वाला साबित हुआ. वे कुछ करने के इरादे से मेलबर्न के ग्राउंड पर उतरे तो ग्राउंड से भी उनका पूरा साथ मिला. और पुराने फॉर्म में लौट आये. उन्होंने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धुनाई करते हुये न केवल अपना दोहरा शतक बनाया, बल्कि टीम को भी संकट से उबारा. क्योंकि इंग्लैंड की टीम लगातार हार रही थी. अब देखना होगा की वे अपनी को टीम को हार से निजात दिला पाते हैं या नहीं.