BCCI के पूर्व प्रशासक रामचंद्र गुहा ने विराट कोहली को लताड़ा
अद्यतन - जनवरी 21, 2018 2:00 अपराह्न

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज गवांने के बाद कप्तान विराट कोहली को लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा। आलोचनाओं के इस कड़ी में इतिहासकार और पूर्व बीसीसीआई प्रशासक रामचंद्र गुहा का नाम भी जुड़ गया है। गुहा ने तो कोहली के साथ साथ बोर्ड के अधिकारियों को भी अपना निशाना बनाया है।
गुहा ने कहा कि बोर्ड के अधिकारी विराट कोहली को जितना पूजते हैं, उतना तो केंद्र सरकार में कैबिनेट के सदस्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नहीं पूजते होंगे। साथ ही साथ कोच रवि शास्त्री को कमजोर करार देते हुए गुहा ने कहा कि ‘रवि शास्त्री जैसे कोच की कमियां घरेलू मैदानों में हुए मैचों और सीरीज के दौरान छुप गई। लेकिन, अब टीम विदेश दौरे पर है और सच्चाई सबके सामने आने लगी है’
गुहा ने सीओए प्रमुख विनोद राय के साथ-साथ सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की मौजूदगी वाली सलाहकार समिति को भी निशाना बनाया है। उन्होंने कहा, ‘अनिल कुंबले को हटाकर रवि शास्त्री जैसे साधारण क्रिकेटर को सिर्फ इसलिए टीम इंडिया का कोच बनाया गया क्योंकि इन लोगों ने विराट कोहली के रुतबे के आगे समर्पण कर दिया।’
गुहा ने लिखा, ‘मामला चाहे फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) तैयार करने का हो या नेशनल क्रिकेट एकेडमी को चलाने का, विराट की दखल सब जगह है। मौजूदा वक्त में कोचिंग स्टाफ, सेलेक्शन कमेटी और एडमिनिस्ट्रेटर सभी विराट कोहली के आगे बौने हैं।
हालांकि रामचंद्र गुहा ने इनसब के बीच कप्तान कोहली की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि जाहिर तौर वह एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं और मेरी मेरी ऑल टाइम ड्रीम इंडियन टीम के सदस्य हैं, लेकिन, उनका अहंकार टीम के काम नहीं आ रहा, इससे टीम का नुकसान हो रहा है’ उनके मुताबिक पहले भारतीय क्रिकेट करप्शन का शिकार था, लेकिन अब इसे ‘सुपरस्टार सिंड्रॉम’ बीमारी ने जकड़ लिया है।
बहरहाल गुहा का ये बयान इस वक्त विराट पर सबसे बड़ा हमला हो सकता है लेकिन इन सबके बीच विराट को तीसरे टेस्ट से पहले सही प्लेइंग 11 को टीम में शामिल करके कुछ सकारात्मक नतीजे देने होंगे ताकी उन्हें गलत साबित करने वालो की बोलती बंद हो सके।