बीसीसीआई अब करने जा रही यो-यो टेस्ट को लेकर ये और बड़ा बदलाव
अद्यतन - Jun 19, 2018 6:31 pm

भारतीय क्रिकेट में यदि मौजूदा समय में किसी बात को लेकर चर्चा चल रही है तो वह यो-यो टेस्ट है, क्योंकि कुछ खिलाड़ियों के लिए ये टेस्ट किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा है और इस वजह से उन्हें बाहर भी होना पड़ा है. मोहम्मद शमी, अम्बाती रायडू और संजू सैमसन यो-यो टेस्ट को पास करने में पूरी तरह से विफल रहे है.
अब इनकी जगह पर दूसरे खिलाड़ियों ने टीम में जगह ले ली है और भारतीय ए टीम के लिए भी ये टेस्ट सख्ती के साथ लागू किया गया है क्योंकि जरुरत पड़ने पर उन्हें सीनियर टीम में सीधे खिलाया जा सके. रोहित शर्मा जिन्होंने इस टेस्ट को आईपीएल के दौरान नहीं पास कर सके थे उन्हें भी अभी अपना फिटनेस टेस्ट देना बाकी है जिसके बाद ही वह इंग्लैंड दौरे के लिए खेलने जा सकते है. अब बोर्ड इस टेस्ट को लेकर एक और बदलाव करने की तैयारी कर रहा है.
ये नया नियम जुड़ेगा
मैनजेमेंट अब इस बात की योजना तैयार कर रहा है कि वह किसी भी दौरे के पहले टीम का चयन करने से पहले यो-यो टेस्ट करा लेगा. क्रिकेट प्रशसको की हाल में हुयीं मीटिंग जिसमें बीसीसीआई जरनल मैनेजर क्रिकेट ऑपरेशन सबा करीम, विनोद रॉय, बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी और डायना एडुल्जी मौजूद थे.
बीसीसीआई ऑफिशियल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि “अब खिलाड़ियों को फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद ही चुना जाएगा. यूके दौरे के लिए खिलाड़ियों का चयन बिना फिटनेस टेस्ट के लिए इसलिए लिया गया क्योंकि सभी खिलाड़ी आईपीएल में व्यस्त थे जिस वजह से उन्हें ऐसी स्थिति से गुजरना पड़ा लेकिन आगे से ऐसा नहीं होगा.”
यो-यो टेस्ट का स्केल 25 पॉइंट्स का हिया जहाँ पार भारतीय खिलाड़ियों को कम से कम 16.1 का स्कोर करना बेहद जरुरी है. विराट कोहली जो गर्दन की चोट से जूझ रहे थे उन्होंने भी इस टेस्ट को काफी आसानी से पास कर लिया था. भारतीय टीम को इस महीने के आखिर में आयरलैंड के साथ 2 टी-20 मैच और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ तीनों फॉर्मेट की सीरीज खेलनी है.