बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट में पेनल्टी रन से संबंधित नियम में किया संशोधन
अद्यतन - अक्टूबर 28, 2024 2:57 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में पेनल्टी रन नियम को लेकर एक संशोधन पेश किया है, जिससे खेल में और सुधार किया जा सके। नए गाइडलाइन्स के तहत, राज्य क्रिकेट एसोसिएशन को सूचित किया गया है कि उपकरण या चीजों के साथ गेंद का अचानक संपर्क, जो किसी फील्डर से गिर गया है, अब उसे अवैध फील्डिंग नहीं माना जाएगा। यह नियम 28.2.3 की पिछली व्याख्या से एक उल्लेखनीय परिवर्तन है, जिसमें कठोर दंड लगाया गया था।
क्रिकबज के हवाले से बताया गया है कि, अगर गेंद कपड़े के टुकड़े, उपकरण या किसी अन्य वस्तु से संपर्क करती है, जो गलती से फील्डर द्वारा आसपास गिर गई है तो इसे अवैध फील्डिंग नहीं माना जाएगा। विकेटकीपिंग दस्ताने या फील्डर की टोपी जो फील्डर के कमर में बंधी होती है, उस पर पेनल्टी रन नहीं लगाया जाएगा। वह गेंद मान्य रहेगी और विकेट भी मान्य होगा।
संशोधन से अंपायरों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया होगी आसान
यह संशोधन क्रिकेट में आम परिदृश्यों को संबोधित करता है, विशेष रूप से खिलाड़ियों की कमर में टोपी बांधने की आदतों से संबंधित है। इसको एक उदाहरण से समझ सकते हैं, अगर केएल राहुल अपनी टोपी को कमर के सामने बांधते हैं, जिसमें आधा हिस्सा अंदर छिपा रहता है और आधा हिस्सा दिखाई देता है। इसी तरह विकेटकीपर भी अपनी टोपी को कई बार कमर के पीछे बांधते या रखते हैं। पहले अगर ये टोपी गलती से गिर जाती थीं और गेंद से टकरा जाती थीं, तो नियमों के मुताबिक पांच रन की पेनल्टी लगती थी और गेंद को डेड बॉल घोषित कर दिया जाता था।
हालांकि, नया नियम इससे बिल्कुल अलग है। बीसीसीआई ने व्यावहारिक गेमप्ले विचारों के बाद इसे लाने का फैसला किया है, यह स्वीकार करते हुए कि इस तरह के अचानक संपर्क से फील्डिंग टीम को दंडित नहीं किया जाना चाहिए।
इस संशोधन से अंपायरों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया में भी आसानी होगी, जिन्हें पहले किसी चीज से गेंद के संपर्क में आने से जुड़े जटिल परिदृश्यों को तय करने में समस्या होती थी। जबकि अवैध फील्डिंग के संबंध में नियम 28.2.3 पहले की तरह ही है, यह नियम गलती से उखड़े उपकरणों से जुड़ी खास परिस्थितियों की स्पष्ट तस्वीर प्रदान करता है।