IPL 2022: मैच फिक्सिंग को लेकर फिर हुआ बवाल, BCCI ने जानकारी देने से किया इनकार
क्या बीसीसीआई (BCCI) मैच फिक्सिंग से जुड़े अधिकारियों को बचाना चाहता है?
अद्यतन - मई 15, 2022 12:27 अपराह्न

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का हमेशा से ही विवादों और मैच फिक्सिंग से गहरा नाता रहा है। जारी आईपीएल 2022 (IPL 2022) के बीच में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आईपीएल 2019 (IPL 2019) के दौरान मैच फिक्सिंग के आरोपों को लेकर करीब आधे दर्जन से भी अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सबसे बड़ी हैरानी की बात तो ये हैं कि आरोपियों को पाकिस्तान से आईपीएल 2019 (IPL 2019) के मैचों को फिक्स करने के इनपुट मिल रहे थे।
आपको बता दें, सीबीआई (CBI) ने आईपीएल 2019 (IPL 2019) में कथित फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोप में दो अलग-अलग मामलों में सात संदिग्ध दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई (CBI) ने कहा एजेंसी को पाकिस्तान में एक स्रोत से लीड मिली थी। पाकिस्तान से मिले इनपुट के आधार पर, एजेंसी अधिकारियों ने इस मामलें में तीन सट्टेबाजों के अलावा कुछ अज्ञात सरकारी अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है।
आईपीएल में मैच फिक्सिंग को लेकर फिर हुआ बवाल
सीबीआई (CBI) ने कथित तौर पर एक राष्ट्रव्यापी जांच शुरू कर दी है, और अब तक पाकिस्तान के साथ-साथ दिल्ली, जोधपुर, जयपुर और हैदराबाद में इस रैकेट के तार जुड़े पाए गए हैं। इन चार शहरों के सात परिसरों पर छापे भी मारे गए हैं। यह गैंग पाकिस्तान में मौजूद वकास मलिक नाम के एक शख्स के संपर्क में था, जो भारत के विभिन्न शहरों में ऑपरेट किया जा रहा था। यह रैकेट पूरे देश में चलाया जा रहा है, जिसके तहत लोगों को मैच पर सट्टा लगाने के लिए फुसलाया जाता है, और इससे हुई कमाई के करोड़ों रुपये विदेशों में पहुंचाए भी जा चुके हैं।
जिसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल मैचों को फिक्स करने में कथित रूप से शामिल संदिग्धों की गिरफ्तारी का स्वागत किया है। हालांकि बीसीसीआई (BCCI) ने इस बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया, लेकिन बोर्ड दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई (BCCI) के एक सदस्य ने क्रिकबज के हवाले से कहा: “हमें किसी भ्रष्ट गतिविधि के बारे में कोई जानकारी नहीं है, और अगर सीबीआई सामने आती है, तो यह हमारे लिए अच्छा है। सच्चाई सामने आ जाएगी।”
इससे पहले भी 2013 में आईपीएल (IPL) पर फिक्सिंग का काला धब्बा लगा था, उस समय श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंदीला को आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार और बैन कर दिया गया था, वहीं विंदू दारा सिंह और मयप्पन पर स्पॉट फिक्सिंग के लिए बुकियों से संपर्क के आरोप लगे थे। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स को दो सालों के लिए आईपीएल से प्रतिबंधित कर दिया गया था।