ब्रैड हॉग ने ICC को किया सपोर्ट, भारत और ऑस्ट्रेलिया को दी कड़ी चेतावनी
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने धीमी ओवर गति के लिए भारत पर 100% मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है जबकि ऑस्ट्रेलिया पर मैच फीस का 80% जुर्माना लगा है।
अद्यतन - जून 12, 2023 7:07 अपराह्न
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का समर्थन करते हुए कहा है कि ICC ने भारत और कंगारू टीम के ऊपर जुर्माना लगाकर सही कार्य किया है।
बता दें, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने धीमी ओवर गति के लिए भारत पर 100% मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है जबकि ऑस्ट्रेलिया पर मैच फीस का 80% जुर्माना लगा है।
रिची रिचर्ड्सन जो एमिरेट्स ICC एलीट पैनल के मैच रेफरी है उन्होंने भारत पर यह प्रतिबंध तब लगाया जब टीम ने दिए गए समय पर पूरे ओवर नहीं फेंके। बता दें, भारत ने दिए गए समय पर 5 ओवर कम फेंके थे जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 4 ओवर कम फेंके थे।
ICC की खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की आचार संहिता के न्यूनतम ओवर गति अपराध से संबंधित अनुच्छेद 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में प्रत्येक ओवरकम फेंकने के लिए मैच फीस का 20% जुर्माना लगाया गया है। दोनों टीमों के कप्तान रोहित शर्मा और पैट कमिंस ने अपनी इस गलती को माना है और इसी वजह से इस पर और बहस नहीं की जाएगी और दोनों को यह जुर्माना पूरा देना होगा।
ब्रैड हॉग ने रखा अपना पक्ष
ब्रैड हॉग ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा कि, ‘ओवररेट अस्वीकार्य है। ICC ने बहुत अच्छा फैसला लिया है। सभी प्रारूप और प्रतियोगिताओं में नियम होने चाहिए और उसका पालन भी करना चाहिए। क्रिकेट का मतलब यह भी होता है कि एक खिलाड़ी मुकाबले को लेकर कितना जिम्मेदार है। खेल के समय टीम मीटिंग और ड्रिंक्स ब्रेक नहीं होना चाहिए।’
Overrates Unacceptable. ICC on the money with fines. Should be the norm in all formats & competitions. Cricket's entertainment value includes a players match awareness. Team meetings & drinks breaks are for the planning not during play.
Over!
#INDvAUS #WTCFinal— Brad Hogg (@Brad_Hogg) June 12, 2023
यही नहीं भारतीय टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। टीम के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के ऊपर भी मैच फीस का 15% जुर्माना लगाया गया है। दरअसल शुभमन गिल को खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ के लिए ICC आचार संहिता के अनुच्छेद 2.7 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जिसका मतलब यह है कि, ‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जो कुछ भी हुआ हो आप उसको लेकर लोगों के बीच में कोई भी बातचीत नहीं कर सकते और किसी भी तरह का कमेंट नहीं कर सकते।’