'ऐसी मानसिकता वाले खिलाड़ी को कोचिंग नहीं दी जा सकती': राहुल द्रविड़ ने वैभव सूर्यवंशी पर दिया बड़ा बयान

‘ऐसी मानसिकता वाले खिलाड़ी को कोचिंग नहीं दी जा सकती’: राहुल द्रविड़ ने वैभव सूर्यवंशी पर दिया बड़ा बयान

14 वर्षीय बल्लेबाज ने अपने पहले आईपीएल सीजन में सात मैचों में 206.5 की स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाए।

Vaibhav Suryavanshi (Image Credit- Twitter/X)
Vaibhav Suryavanshi (Image Credit- Twitter/X)

14 वर्षीय सूर्यवंशी वैभव ने पिछले कुछ समय से अपने बल्ले का जौहर दिखाते हुए, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हाहाकार मचा दिया है। बिहार से आने वाले सूर्यवंशी ने अपने नाम का डंका पूरी दुनिया में बजा दिया है और राजस्थान रॉयल्स यह आशा करेगा कि आईपीएल के अगले संस्करण में इसी प्रकार की विस्फोटक बल्लेबाज़ी को जारी रखें और रॉयल्स को यह खिताब जीतने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

पूर्व भारतीय कप्तान और राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि वैभव सूर्यवंशी जैसे असाधारण और अविश्वसनीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी को पारंपरिक रूप से कोचिंग नहीं दी जा सकती। युवा बल्लेबाज़ सूर्यवंशी ने अपने पहले ही आईपीएल सीज़न के सात मैचों में 206.5 के शानदार स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाकर अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। द्रविड़ के अनुसार, ऐसी प्रतिभाओं को निखारने के लिए कोचिंग के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को समझना ज़रूरी है।

द्रविड़ ने प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के प्रशिक्षण से संबंधित बातें कीं

द्रविड़ ने ‘ब्रेकफास्ट विथ चैंपियंस’ के हवाले से यह स्पष्ट किया कि यह मामला प्रतिभा का नहीं, बल्कि मानसिकता का है। उन्होंने कहा, “यह स्किल नहीं है, परन्तु यह उनकी मानसिकता है, जिसे वास्तविकता में सिखा नहीं सकते। आप ऐसी मानसिकता वाले किसी खिलाड़ी को कोचिंग नहीं दे सकते।”

द्रविड़ के अनुसार, कोच का काम इस प्रतिभा को दबाने या निर्देश देने के बजाय इसे संभालना तथा खिलाड़ी को अपनी मर्जी से खेलने की पूरी आज़ादी देना है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ और कप्तान राहुल द्रविड़ ने सुझाव दिया कि सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ियों को सशक्त बनाने का सबसे अच्छा तरीका आत्म-खोज यानी सेल्फ डिस्कवरी है। इसके लिए, नेट्स में कुछ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियाँ बनाकर या उन्हें उन क्षेत्रों में गेंदबाज़ी कराकर, जिनमें वे कमज़ोर हैं, उन्हें स्वयं समाधान खोजने की अनुमति दी जानी चाहिए।

उन्होंने कहा, “यह सेल्फ डिस्कवरी की प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया के बीच में किसी को नहीं आना चाहिए।” इस बीच, सूर्यवंशी ने रणधीर वर्मा टूर्नामेंट में एक अजेय तिहरा शतक (332 रन) बनाया था और हाल ही में भारत अंडर-19 के लिए भी शानदार प्रदर्शन किया है। वह वर्तमान में 2025-26 रणजी ट्रॉफी में बिहार के उप-कप्तान हैं और अगले साल होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए सबसे होनहार खिलाड़ियों में से एक माने जा रहे हैं।

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