हम तो डूबे हैं सनम तुम को भी ले डूबेंगे वाला काम ना कर दे बांग्लादेश, कोच द्रविड़ को भी धक-धक हो रे ली है - क्रिकट्रैकर हिंदी

हम तो डूबे हैं सनम तुम को भी ले डूबेंगे वाला काम ना कर दे बांग्लादेश, कोच द्रविड़ को भी धक-धक हो रे ली है

सबसे छोटे प्रारूप की यही समस्या है कि आप कभी भी इस मैच को अपने नाम कर सकते हैं और अभी यह कहना सही नहीं होगा कि कौन सी टीम इस मैच में जीत दर्ज करती है: राहुल द्रविड़

shakib al hasan and rahul dravid (pic source-twitter)
shakib al hasan and rahul dravid (pic source-twitter)

भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि बांग्लादेश टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता। बता दें, आज यानी 2 नवंबर को भारत और बांग्लादेश के बीच एडिलेड में ग्रुप 12 स्टेज का मुकाबला खेला जाना है। दोनों ही टीमें इस मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है।

हाल ही में बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने यह बयान दिया था कि भारतीय टीम इस मुकाबले को अपने नाम कर सकती है लेकिन हम उनको तगड़ी चुनौती देंगे। शाकिब ने यह भी कहा था कि ‘बांग्लादेश ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप जीतने नहीं आई है और अगर वो भारत को मात दे देते हैं तो यह टूर्नामेंट की सबसे बड़ी जीत होगी।’

शाकिब ने भारत के खिलाफ मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, ‘हम यहां मुकाबला जीतने नहीं आए हैं लेकिन इंडिया इसी सोच के साथ आई है। अगर हम कल (2 नवंबर) भारत को मात दे देते हैं तो यह उनके लिए काफी दुख की बात होगी।

भारत इस मैच की प्रबल दावेदार है।’ बांग्लादेश ने अभी तक भारत को टी-20 वर्ल्ड कप में नहीं हराया है, वो इस रिकॉर्ड को 2016 वर्ल्ड कप में तोड़ सकते थे लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा होने नहीं दिया। बता दें, सेमीफाइनल की दौड़ में बांग्लादेश अभी भी है और अगर वो भारत को मात दे देती है तो यह उनकी सबसे बड़ी जीत होगी।

हम बांग्लादेश की बहुत इज्जत करते हैं: राहुल द्रविड़

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक राहुल द्रविड़ ने कहा कि, ‘मुझे लगता है कि हम उनकी बहुत इज्जत करते हैं। वो काफी अच्छी टीम है। मुझे लगता है कि इस प्रारूप और इस वर्ल्ड कप ने हमें यह बता दिया है कि किसी भी टीम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। आयरलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा दिखाया। हमने इस टूर्नामेंट में ऐसे काफी मुकाबले देख लिए हैं।’

भारत के मुख्य कोच ने आगे कहा कि, ‘ देखिए यह वैसे ही सबसे छोटा प्रारूप है। 20 ओवर सच में काफी छोटा प्रारूप है। इसमें जीत और हार का अंतर काफी छोटा होता है क्योंकि 12 या 15 रन भी दो बड़े शॉट्स खेलकर बनाया जा सकता है। सबसे छोटे प्रारूप की यही समस्या है कि आप कभी भी इस मैच को अपने नाम कर सकते हैं और अभी यह कहना सही नहीं होगा कि कौन सी टीम इस मैच में जीत दर्ज करती है।

सबसे बड़ी बात है यहां की परिस्थितियां। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां के मैदान काफी बड़े हैं और गेंद को बाउंड्री के पार करवाना इतना आसान नहीं है। उपमहाद्वीप के मैदान इससे छोटे रहते हैं लेकिन इस समय हमारा पूरा ध्यान मैच जीतने पर है।’

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