जानें चेतन सकारिया के 'ड्रैगन बॉल जी' सेलिब्रेशन का राज - क्रिकट्रैकर हिंदी

जानें चेतन सकारिया के ‘ड्रैगन बॉल जी’ सेलिब्रेशन का राज

सकारिया को आईपीएल 2022 में काफी कम मौके मिले।

Chetan Sakariya. (Photo Source: Delhi Capitals/Instagram)
Chetan Sakariya. (Photo Source: Delhi Capitals/Instagram)

हाल ही में संपन्न हुई इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में दिल्ली कैपिटल्स (DC) का प्रदर्शन काफी साधारण रहा था। टीम प्लेऑफ में क्वालीफाई नहीं कर पाई थी। इसके साथ ही टीम के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया भी इस सीजन में अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने में नाकाम रहे थे।

बता दें, दिल्ली फ्रेंचाइजी ने उनको 4.2 करोड़ रुपए में अपनी टीम में शामिल किया था। सकारिया ने इस सीजन में मात्र तीन ही मुकाबले खेले थे। हालांकि उनके विकेट लेने के बाद उनका खास अंदाज में जश्न सभी लोगों को खूब भाया था। इसी के साथ सकारिया ने इस सेलिब्रेशन के बारे में बताया।

सकारिया का IPL डेब्यू पिछले साल 2021 में हुआ था। उन्होंने 2021 में राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए खेलते हुए 14 विकेट झटके थे। हालांकि पिछले सीजन का प्रदर्शन सकारिया इस सीजन में नहीं कर पाए और तीन मुकाबलों में मात्र तीन ही विकेट अपने नाम कर पाए। इन्हीं तीन मुकाबलों में से एक में सकारिया ने बहुत ही धमाकेदार सेलिब्रेशन किया था जब उन्होंने KKR के बल्लेबाज एरोन फिंच का विकेट लिया था। जब उनसे इस सेलिब्रेशन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सेलिब्रेशन बहुत ही प्रसिद्ध एनिमे सीरीज ‘ड्रैगन बॉल जी’ को देखकर किया था।

मेरे पिता मुझे अच्छा खिलाड़ी नहीं मानते थे: चेतन सकारिया

चेतन सकारिया ने स्पोर्ट्सकीड़ा को बताया कि, “जिस दिन मैंने एरोन फिंच का विकेट लिया था, उस दिन मैंने ड्रैगन बॉल जी का सेलिब्रेशन किया था। इस सीरीज में एक चरित्र था जो ये पोज तब देता था जब उसे टेलिपोर्ट होना होता था। इसलिए मैंने भी अपने पिता के लिए खुद को टेलिपोर्ट किया और उनसे कहा कि देखो मुझे एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का विकेट मिल गया। ये मेरे लिए भी काफी अजीब था।”

चेतन सकारिया ने यह भी बताया कि एक ऐसा टाइम था जब उनके पिता उनको चिढ़ाते थे और अच्छा खिलाड़ी नहीं मानते थे। लेकिन जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का विकेट लिया था तब उनके पिता ने उनको चिढ़ाना बंद कर दिया था। सकारिया ने कहा, “जब मैं प्लेइंग XI में नहीं था तो मुझे काफी अकेलापन महसूस होता था। मुझे बिल्कुल नींद नहीं आती थी और मैं अपने पिताजी को बहुत याद करता रहता था। वो मुझे हमेशा चढ़ाते रहते थे और कहते थे कि मैं तुमको तब तक अच्छा गेंदबाज नहीं मानूंगा जब तक तुम किसी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी का विकेट नहीं ले लेते।”

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