दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड केपटाउन में मैच के दौरान किराए पर लेता है ड्रेसिंग रूम्स!
अद्यतन - जनवरी 9, 2018 4:00 अपराह्न

खेल प्रशंसक होने के नाते आपको यह खबर सुनने में थोड़ी बेतुकी जरूर लग सकती है कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड केपटाउन में मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम्स किराए पर लेता है। हकीकत यह है कि दक्षिण अफ्रीका का क्रिकेट बोर्ड केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान पर होने वाले हर मैच के लिए वेस्टर्न प्रोविंस क्रिकेट क्लब को ड्रेसिंग रूम्स का किराया चुकाता है। यह परंपरा पिछले 25 वर्षों से चली आ रही है जबसे दक्षिण अफ्रीका ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है।
इसलिए चुकाना पड़ता है ड्रेसिंग रूम्स का किराया
वेस्टर्न प्रोविंस क्रिकेट क्लब की स्थापना साल 1864 में हुई थी। वर्तमान में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान पर टेस्ट मैच चल रहा है। वह स्टेडियम 2002 से पहले WPCC की मालिकी में होता था। 2002 में इस स्टेडियम को वेस्टर्न प्रोविंस क्रिकेट एशोसिएशन (WPCA) को बेच दिया गया। इसके बावजूद WPCC ने मैदान का पेवेलियन अपनी मालिकी में बरकरार रखा है। ‘न्यूज18’ ने जब क्लब के उच्च पदाधिकारियों के साथ बातचीत की तब भी उन्होंने यही बात बताई है कि तत्कालीन कल्ब के चेयरमैन ब्रायन ने ये डील करवाई थी।
WPCC के वर्तमान जनरल मैनेजर जोह्न ने न्यूज18 को बताया कि “यह डील ब्रायन द्वारा साइन की गई थी और हमें नहीं लगता कि इसमें कुछ भी गलत है, हर वित्तीय वर्ष में हम नयी डील साइन करते है। ये हमें क्लब चलाने में मददगार साबित होता है। हमारे पास करीब 2400 सीटें है जो भी सदस्य मैच की टिकटें लेते है उन्हें खेल के दौरान बार में अच्छा वक्त बिताने का अवसर मिलता है साथ ही वो खाना ऑर्डर करने पर बढिया डिस्काउंट भी पा सकते है। जिसके चलते दूसरे 500 सदस्य हमारे पेवेलियन से मैच देखने का लुत्फ उठाने के लिए आ सकते है।”
वह आगे बताते है कि ” खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम्स का किराया बेहद मामूली होता है और कल्ब उन कमरों की काफी व्यवस्थित ढंग से देखभाल करता है। हम उन्हें ज्यादा तड़क भड़क वाला बनाने के बजाय पौराणिक आकर्षण बरकरार रहे ऐसी कोशिश करते है। आपको यह मानना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम्स किराए पर देने से हमे राजस्व प्राप्त होता है जिससे हम क्लब को अच्छी तरह से चला सकते है। हम यहां पर सदस्यों के साथ साथ उनके परिवारों का भी स्वागत करते है सिर्फ उन्हें यहां के ड्रेस कोड का अनुसरण करना होगा और वह चप्पल पहन कर चल नहीं सकते है।”
हालांकि WPCA चाहता है कि वह अपने खुद के नये ड्रेसिंग रूम्स जल्द से जल्द तैयार करें ताकि उन्हें क्लब को किराया देना ना पड़े और हर साल नयी डील करने की झंझट से छूटकारा मिले।