CWG 2022: आखिर कैसे ताहलिया मैक्ग्रा को कोरोना संक्रमित होने के बावजूद फाइनल मुकाबले में खेलने की मिली इजाजत
इस फाइनल मुकाबले के टॉस से पहले तहलिया मैक्ग्रा की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई थी। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने राष्ट्रमंडल खेल ऑस्ट्रेलिया (CGA) के साथ बातचीत करने के बाद उन्हें प्लेइंग XI में शामिल करने का फैसला किया।
अद्यतन - अगस्त 8, 2022 3:53 अपराह्न
7 अगस्त को राष्ट्रमंडल खेलों 2022 के महिला क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और भारत ने एक दूसरे को जबरदस्त टक्कर दी। इस मुकाबले में दोनों ही टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने 9 रनों से मुकाबले को जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया और भारतीय टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हालांकि सभी प्रशंसक और जो भी लोग इस मुकाबले को दुनियाभर से देख रहे थे उनको तब काफी आश्चर्य हुआ जब ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर तहलिया मैक्ग्रा मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरी। बता दें, मैकग्रा की कोविड रिपोर्ट फाइनल मुकाबले वाले दिन ही पॉजिटिव आई थी। उनको बल्लेबाजी करते देख सब लोग काफी हैरान थे।
इस फाइनल मुकाबले के टॉस से पहले तहलिया मैक्ग्रा की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई थी। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने राष्ट्रमंडल खेल ऑस्ट्रेलिया (CGA) के साथ बातचीत करने के बाद उन्हें प्लेइंग XI में शामिल करने का फैसला किया।
दूसरी फाइनलिस्ट टीम भारत इस फैसले से काफी हैरान थी लेकिन मुकाबले में ज्यादा समय ना बचे होने की वजह से उन्होंने इस पर ज्यादा-सवाल जवाब नहीं किए। इस फैसले को लेकर कई तरह के सवाल उठाए गए लेकिन अगर इस प्रतियोगिता के प्रोटोकॉल को माने तो खिलाड़ी से संबंधित कोई भी फैसला लेना टीम की जिम्मेदारी है और चूंकि तहलिया में केवल हल्के लक्षण थे इसलिए टीम ने उन्हें प्लेइंग XI में शामिल किया।
CGA ने तहलिया मैकग्रा की रिपोर्ट्स को लेकर कही ये बात
राष्ट्रमंडल खेल ऑस्ट्रेलिया ने आधिकारिक बयान में इस फैसले की पुष्टि की है और साथ में यह भी बताया है कि ICC ने मैक्ग्रा को कोविड पॉजिटिव होने के बावजूद फाइनल में खेलने की मंजूरी दी थी।
मैक्ग्रा ने रविवार को हल्के लक्षणों को लेकर टीम मैनेजमेंट के साथ बातचीत की जिसके बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। टॉस के दौरान उनका नाम प्लेइंग XI में शामिल किया गया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने उन्हें फाइनल में खेलने की मंजूरी दे दी।
इस मुकाबले में मैक्ग्रा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। उन्हें टीम के साथ मैदान में जश्न मनाने के लिए भी मना कर दिया गया। जब खिलाड़ियों को पदक मिलने की बारी आई तब उन्हें मास्क लगाए हुए देखा गया था।