एशेज सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया टीम को वार्म-अप मुकाबले जरूर खेलने चाहिए: डेरेन लेहमन
एशेज सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया टीम को भारत के खिलाफ जून महीने में वर्ल्ड चैंपियनशिप का फाइनल भी खेलना है।
अद्यतन - मई 10, 2023 5:46 अपराह्न
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डेरेन लेहमन इस बात से बिल्कुल भी खुश नहीं है कि राष्ट्रीय टीम ने यह फैसला लिया है कि वो एशेज सीरीज से पहले कोई भी वार्म-अप मैच नहीं खेलेंगे। इसी चीज को लेकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया टीम को जमकर फटकार लगाई है।
रिपोर्ट की मानें तो ऑस्ट्रेलिया टीम अपने खिलाड़ियों को पूरी तरह से फिट रखना चाहते हैं ताकि उनको एशेज सीरीज में किसी भी चीज की परेशानी ना हो। साथ ही टीम शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह से फिट हो। एशेज सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया टीम को भारत के खिलाफ जून महीने में वर्ल्ड चैंपियनशिप का फाइनल भी खेलना है। इस बेहतरीन मैच का भी तमाम लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
पिछले 4 सालों से ऑस्ट्रेलिया टीम ने किसी दौरे से पहले कोई भी वार्म-अप मैच नहीं खेला है। रिपोर्ट की मानें तो ऑस्ट्रेलिया टीम बेकेनहैम में एक ट्रेनिंग कैंप में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल और एशेज सीरीज के लिए तैयारी करेगी। हालांकि डेरेन लेहमन ऑस्ट्रेलिया टीम के इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं है और उनका मानना है कि अगर आपको किसी मैदान की परिस्थिति को काफी अच्छी तरह से जानना है तो उसके लिए आपको वार्म-अप मुकाबले खेलने बेहद जरूरी है।
जॉर्ज बेली ने भी इसको लेकर अपना पक्ष रखा
डेरेन लेहमन ने SEN को बताया कि, ‘आपको सबसे पहले पिच को काफी अच्छी तरह से समझना चाहिए। अगर आपको किसी मैदान की परिस्थिति पता होगी तो टीम अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी। मैं इस बात से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं कि ऑस्ट्रेलिया टीम इस दौरे में बिना वार्म-अप मैच खेले एशेज सीरीज में भाग लेगी। मुझे यह बात जाननी है कि यह फैसला किसने लिया है? वैसे भी मुझे लगता है एशेज हम 3-1 से अपने नाम कर लेंगे लेकिन अगर ऐसा ना हुआ तो सवाल भी उठाए जाएंगे।’
ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व खिलाड़ी और इस समय के राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने स्वीकार किया है कि सभी खिलाड़ी इस समय लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं और इसी वजह से उन्हें वार्म-अप मुकाबले खेलने का समय नहीं मिल पा रहा है।
जॉर्ज बेली ने रिपोर्टर से कहा कि, ‘ऐसा लगता है कि यह टेस्ट दौरे के लिए अब आम बात होती जा रही है। जब टीम लगातार मैच खेल रही होती है तो उनके पास वार्म-अप मुकाबले खेलने का समय नहीं होता है।’