पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी डेविड लॉयड इंग्लैंड और विंडीज टीम के खिलाड़ियों को भड़का रहे हैं! - क्रिकट्रैकर हिंदी

पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी डेविड लॉयड इंग्लैंड और विंडीज टीम के खिलाड़ियों को भड़का रहे हैं!

कुल मिलाकर, दोनों टेस्ट मैचों में, दोनों टीम ने मिलकर 2,420 रन बनाए वहीं गेंदबाजों ने 60 विकेट लिए।

David Lloyd
David Lloyd. (Photo by Gareth Copley/Getty Images)

वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच एंटीगुआ और बारबाडोस में खेले गए दोनों टेस्ट मैच की पिच की स्थिति इतनी खराब थी कि दोनों मुकाबले का नतीजा ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी और कोच डेविड लॉयड ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज पर अपने विचार व्यक्त किए हैं, और आग्रह किया है कि दोनों टीमों को खराब पिच के लिए विरोध करने पर विचार करना चाहिए।

दोनों टीमें तीसरे टेस्ट मैच के लिए ग्रेनाडा जाएंगी, वहीं सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जाएगा। खेले गए मुकाबलों की बात करें तो कुल मिलाकर, दोनों टेस्टों में, 2,420 रन बने और इस दौरान बल्लेबाजों ने कुल 8 शतक भी लगाए। वहीं गेंदबाजों ने कुल 60 विकेट लिए गए। वहीं सिर्फ तीन मौकों पर बल्लेबाजी टीम ऑलआउट हो पाई।

खराब पिच को लेकर डेविड लॉयड ने दिया बड़ा बयान

इस बीच डेली मेल के हवाले से डेविड लॉयड ने कहा कि, “ग्रेनाडा में अधिकारियों को सही पिच बनानी चाहिए, जिससे की अंतिम टेस्ट मैच में कुछ रोमांच देखने को मिले। इंग्लैंड को जैक लीच के साथ स्पिन गेंदबाजी में भूमिका निभाने के लिए मैट पार्किंसन को टीम में शामिल करना चाहिए। अगर उस टेस्ट मैच के लिए पिच में सुधार नहीं होता है तो दोनों टीमों को विरोध करना चाहिए। गेंदबाजों को गलत हाथ से गेंदबाजी करनी चाहिए और बल्लेबाजों को गलत तरीके से बल्लेबाजी करनी चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा कि, “मुझे नहीं पता कि इन पिचों की तैयारी की अध्यक्षता कौन करता है, लेकिन हाल के हफ्तों में यह दूसरा अपर्याप्त साबित हुआ है। इस तरह, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरुआती टेस्ट के लिए रावलपिंडी की पिच बिल्कुल डेड थी। इस तरह का क्रिकेट किसे पसंद है? प्रसारक नहीं करते, खिलाड़ी नहीं करते, समर्थक नहीं करते। आधा दर्जन लोगों ने मुझसे संपर्क करके मुझे बताया कि वे टेस्ट नहीं देख रहे हैं।”

लॉयड, जो अपने पूरे काउंटी क्रिकेट करियर के लिए लंकाशायर का हिस्सा रहे हैं, उन्होंने अंत में यह भी कहा कि, “अगर ग्रेनाडा में तेज गेंदबाजों को मदद नहीं मिलती है, तो दोनों टीमों के कप्तान सिर्फ स्पिनरों का विकल्प चुन सकते हैं। इंग्लैंड को मैट पार्किंसन को जैक लीच के साथ स्पिन गेंदबाजी के लिए रखना चाहिए। वहीं ओली रॉबिन्सन की तरफ भी देखना चाहिए वो भी ऑफ स्पिन गेंदबाजी कर सकते हैं।”

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