ऋषभ पंत से डीडीसीए खफा, लेकिन दिल्ली डेयरडेविल्स मेहरबान क्यों?
अद्यतन - जनवरी 29, 2018 8:54 अपराह्न
जिस धाकड़ बल्लेबाज ऋषभ पंत से दिल्ली क्रिकेट बोर्ड खफा है. उसपर दिल्ली डेयरडेविल्स मेहरबान हो गया। इसके पीछे कुछ अलग की कहानी है. ऋषभ ने रणजी और मुस्ताक अली टी-20 में जिस तरह की बल्लेबाजी की. उसे दिल्ली डेयरडेविल्स अपने साथ रखने के लिये करोड़ों रूपये खर्च कर दिये. हालांकि ऋषभ पहले डेयरडेविल्स के साथ ही थे. लेकिन इस बार उन्हें खरीदने के लिये अच्छी रकम खर्च करनी पड़ी.
पिछले साल रणजी ट्राॅफी में डीडीसीए ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को दिल्ली टीम की कमान सौंपी थी. और उन्होंने बोर्ड के फैसले को सही ठहराते हुये टीम को फाइनल में पहुंचाया. लेकिन फाइनल में विदर्भ से उनकी टीम हार गयी. जिसके बाद डीडीसीए ने उनसे कप्तानी छीन ली, और मुस्ताक अली टी-20 के लिये दूसरे खिलाड़ी को कप्तान बना दिया.
मुस्ताक अली टी-20 में भी ऋषभ पंत का जलवा कायम रहा. हिमाचल प्रदेश के खिलाफ ऋषभ ने ऐसा बम फोड़ा कि हिमाचल के खिलाड़ी घ्वस्त हो गये. उन्हांेने 32 गेंद पर शतक जमकर अपनी टीम को 12वें ओवर में ही जीत दिला दी. उन्होंने इस मैच में चैके से ज्यादा छक्के लगायें. हालांकि वे तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल का रिकाॅर्ड नहीं तोड़ पाये.
हिमालच प्रदेश के खिलाफ ऋषभ की बल्लेबाजी ने दिल्ली डेयरडेविल्स के सेलेक्टर को अपनी ओर आकर्षित कर लिया. अब डेयरडेविल्स के सेलेक्टर ने उन्हें हर हाल में अपनी टीम का हिस्सा बनाने के लिये ठान लिया. उन्हें अपनी टीम में लाने के लिये सेलेक्टर ने जमकर पैसे खर्च किये. डेयर डेविल्स ने इस खिलाड़ी को 15 करोड़ में खरीदा. जबकि कई अच्छे खिलाड़ियांे को बहुत कम पैसे मिले.
अब देखना दिलचस्प होगा कि ऋषभ डेयरडेविल्स के विश्वास पर खरे उतरते हैं. वे अपनी टीम को इस बार आईपीएल ट्राॅफी दिला पाते हैं अथवा नहीं. क्योंकि हर आईपीएल मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स फिसड्डी ही साबित हुई है.