दो साल बाद रवि शास्त्री को हुआ अपनी इस गलती का एहसास, 2019 वर्ल्ड कप को लेकर दिया बड़ा बयान
रवि शास्त्री ने यह भी कहा है कि टीम सेलेक्शन में उनका कोई रोल नहीं था।
अद्यतन - Dec 10, 2021 6:30 pm

टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर रवि शास्त्री का सफर खत्म हुए लगभग एक महीने पुरे हो गए हैं। टी-20 वर्ल्ड कप के साथ ही शास्त्री का हेड कोच के तौर पर कार्यकाल खत्म हुआ और उनकी जगह राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का नया हेड कोच बनाया गया था। शास्त्री ने हेड कोच के पद से हटने के बाद कई बड़े-बड़े बयान दिए हैं।
हाल ही में उन्होंने अपने के बयान में कहा है कि जब भी कोई टीम सेलेक्शन होता था उसमे उनका कोई रोल नहीं था। शास्त्री का मानना है कि अंबाती रायुडू या श्रेयस अय्यर में से किसी एक को नंबर-4 पर बैटिंग करने के लिए 2019 के वनडे वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। शास्त्री के कोचिंग काल में भारत ने तीन ICC टूर्नामेंट में हिस्सा लिया लेकिन कहीं भी टीम को सफलता नहीं मिली।
2019 की वर्ल्ड कप टीम से क्यों खुश नहीं थे रवि शास्त्री ?
वहीं 2019 के वनडे वर्ल्ड कप की टीम के बारे में बात करे तो टीम प्रबंधन ने रायडू की जगह ऑलराउंडर विजय शंकर को टीम में रखा था। उसी के बारे में बोलते हुए, शास्त्री ने सबसे पहले कहा कि टीम चयन में उनका कोई हाथ नहीं था। हालांकि वह एमएस धोनी, ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक के रूप में तीन विकेटकीपर वाले भारत के 15 सदस्यीय टीम से खुश नहीं थे। उन्होंने कहा कि रायुडू या श्रेयस अय्यर को टीम में होना चाहिए था।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा, ‘टीम सिलेक्शन में मेरा कोई हाथ नहीं होता था, लेकिन मैं वर्ल्ड कप स्क्वॉड में तीन विकेटकीपरों के चुने जाने को लेकर खुश नहीं था। अंबाती रायुडू या फिर श्रेयस अय्यर को टीम में चुना जाना चाहिए था। एक ही टीम में महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक तीनों को चुने जाने का क्या लॉजिक था।”
उन्होंने आगे कहा कि, “लेकिन मैंने सिलेक्टर्स के काम में कभी टांग नहीं अड़ाई। मैं सिर्फ तब बोलता था जब मेरी राय मांगी जाती थी।” 2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल तक पहुंची थी, जहां उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।