‘किसी को उम्मीद नहीं थी कि वो इतनी अच्छी कप्तानी करेंगे’- बुमराह को लेकर बोले जहीर खान
टेस्ट मैच की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने 18 गेंदों में बनाए नाबाद 31 रन।
अद्यतन - जुलाई 3, 2022 3:34 अपराह्न
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी और निचलेक्रम में आकर टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बनाने के लिए जमकर प्रशंसा की है। बता दें, इंग्लैंड बनाम भारत के बीच चल रहे टेस्ट मुकाबले में भारत एक समय 98 रन पर अपने 5 विकेट खो चुका था।
इसके बाद ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के बेहतरीन शतकों की वजह से टीम एक अच्छी स्कोर तक पहुंच पाई। हालांकि इन दोनों बल्लेबाजों का विकेट गिरने के बाद दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे जसप्रीत बुमराह ने 16 गेंदों में 31 रन की नाबाद पारी खेल टीम का स्कोर 416 तक पहुंचाया।
जसप्रीत बुमराह ने स्टूअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 29 रन जड़ अपने नाम एक और कीर्तिमान हासिल किया। ब्रॉड ने अपने 18वें ओवर में कुल 35 रन दिए। ऐसा टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी गेंदबाज ने एक ही ओवर में 35 रन लुटाए हों। जसप्रीत बुमराह ने ब्रायन लारा का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2003 में दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर रॉबिन पीटरसन के एक ही ओवर में 28 रन जड़े थे। इसी बीच जहीर खान ने जसप्रीत बुमराह की जमकर तारीफ की है।
जहीर खान ने क्रिकबज से कहा कि, ‘जिस तरह से जसप्रीत बुमराह ने बल्लेबाजी की उसे देखकर लगता है कि टीम में कितनी सकारात्मक मानसिकता है। मोमेंटम अब भारत के साथ है। इस पूरी इंग्लैंड सीरीज में निचले क्रम के बल्लेबाजों ने रन बनाए हैं और टीम में अहम योगदान दिया हैं। चाहे मोहम्मद शमी हो या शार्दुल ठाकुर या जसप्रीत बुमराह सबने बल्लेबाजी में भी टीम के लिए रन बनाए हैं। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि अब निचले क्रम के खिलाड़ी भी आकर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं।’
अतिरिक्त जिम्मेदारी ने जसप्रीत बुमराह को और भी चुस्त बना दिया है: जहीर खान
बता दें, इस मुकाबले से पहले रोहित शर्मा कोविड संक्रमित हो गए थे जिसकी वजह से वो टेस्ट मैच से बाहर हैं। उनकी जगह जसप्रीत बुमराह को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। बुमराह ने आज तक किसी भी स्तर पर किसी भी मैच में कप्तानी नहीं की है।
जहीर खान ने आगे कहा कि, ‘ये वाकई मनोरंजक ओवर था। यह काफी आश्चर्यजनक बात थी कि इस बार भी गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड थे। 2007 में भी युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड को छह छक्के जड़े थे। बुमराह ने सभी को वो पल फिर से याद दिला दिया। सभी यही सोच रहे थे कि बुमराह अपनी कप्तानी में क्या कर सकते हैं। उन्होंने सभी के सवालों के जवाब दे दिए हैं। अतिरिक्त जिम्मेदारी ने जसप्रीत बुमराह को और भी चुस्त बना दिया है। जिस स्ट्राइक रेट से उन्होंने वह 30 रन बनाए थे वह काफी महत्वपूर्ण थे।’