16 साल के लम्बे करियर के बाद इस दिग्गज खिलाड़ी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास का एलान किया
रवि तेजा ने वर्ष 2006 में रणजी ट्रॉफी में हैदराबाद की तरफ से अपना पदार्पण किया था।
अद्यतन - मार्च 12, 2022 2:38 अपराह्न
घरेलू क्रिकेट में हैदराबाद टीम के पूर्व कप्तान द्वारका रवि तेजा ने 11 मार्च को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने 2006 में महाराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्राफी में हैदराबाद के लिए पदार्पण किया था। जिसके बाद अब 16 साल के लम्बे करियर में उन्होंने हैदराबाद और मेघालय के लिए खेला। इसके अलावा दांए हाथ के इस बल्लेबाज ने अंडर-19 और भारत ए टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा दिए गए इस अवसर के लिए उन्होंने BCCI को धन्यवाद दिया है।
रवि तेजा ने रणजी में अपना आखिरी मुकाबला मार्च की शुरुआत में मेघालय के लिए गुजरात के खिलाफ राजकोट में खेला था। दांए हाथ के बल्लेबाज ने अपने अंतिम मैच में 133 रनों की शानदार पारी खेली थी। इसके अलावा उन्होंने अंडर-19 में भारत के लिए लगभग 60 के औसत से 653 रन बनाये और चार्ट में शीर्ष पर रहे। इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत इस खिलाड़ी को इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजन में डेक्कन चार्जर्स द्वारा चुना गया था।
“मैं डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद का उनके सभी समर्थन के लिए आभारी हूं”-रवि तेजा
तेजा ने इंस्टाग्राम पर अपने अभी तक के करियर को लेकर पोस्ट करते हुए कहा कि “क्रिकेट के इस अद्भुत खेल में एक लंबे सफर के साथ अपने क्रिकेट करियर को पूरा करने के बाद मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला लिया और अब मैं अपने करियर को अलग दिशा में ले जाना चाहता हूं।”
उन्होंने आगे कहा “मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने मुझे भारत अंडर-19 और भारत ए टीमों का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया, जो मेरे करियर का मुख्य आकर्षण रहा है और यह कुछ ऐसा है जिस पर मुझे हमेशा गर्व होगा। मैं डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद का उनके सभी समर्थन के लिए आभारी हूं। आईपीएल निश्चित रूप से काफी मजेदार और रोमांचकारी रहा है। दिग्गजों से सीखना बिल्कुल शानदार रहा है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कुल 78 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 4722 रन बनाये हैं, उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 204 रन है। तेजा के नाम 12 शतक और 22 अर्धशतक हैं।